सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
गत 20 अगस्त को जिला व निजि अस्पताल की कथित लापरवाही के चलते गर्भवती महिला की मौत के मामले में प्रशासन द्वारा दिए गए आश्वासन के बावजूद कोई कार्रवाई नही होने से नाराज युवा जन संघर्ष मंच के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर उचित कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि गर्भवती महिला व उसके पेट में पल रहे पांच माह के बच्चे की मौत अस्पतालों की लापरवाही के कारण हो गई। जिसके खिलाफ मंच के बैनर तले आंदोलन शुरू किया गया था। मंच की मांग है कि दोषियों को सजा मिले और पीड़िता के परिवार को कम से कम 10 लाख का मुआवजा दिया जाये। संयोजक मनोज बिष्ट भय्यू ने कहा कि उन्हें इस संदर्भ में बार—बार झूठे आश्वासनों के सहारे छला गया। अस्पताल में हुए धरने के दौरान भी एसडीएम द्वारा टाल मटोली का रवैया अपनाया गया। आज 18 सितंबर को दिए गए आश्वासन की समयावधि भी पूरी हो गयी। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर 5 दिन के भीतर कार्रवाई नही हुई तो पुन: उग्र आंदोलन शुरू कर दिया जायेगा। ज्ञापन देने वालों में यूकेडी के विधानसभा प्रभारी भानु जोशी, व्यापार मंडल के वरिष्ठ उप सचिव राहुल बिष्ट, आशुतोष पवार, मोहित मिश्रा, दीपचंद जोशी, फैजान खान, राहुल बिष्ट, सुमित टम्टा, दिलजोत सिंह. प्रताप नैनवाल, रिंकू गुप्ता, परवेश कुरैशी, जिसान खान, शिवराज मैहर, मनोज कुमार, हरेंद्र कुमार, सिमरजीत सिंह, मुकेश कुमार, आशीष, अंकुर शाह, रविंद्र सिंह आदि लोग शामिल थे।
गर्भवती की मौत के मामले में नही हुई कोई कार्रवाई, युवा जन संघर्ष मंच ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी, डीएम के माध्यम से भेजा ज्ञापन
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ागत 20 अगस्त को जिला व निजि अस्पताल की कथित लापरवाही के चलते गर्भवती महिला की मौत के मामले में प्रशासन द्वारा दिए…