👉 सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के कुलपति प्रो. सतपाल की पहल
👉 मेडिकल कालेज व विश्वविद्यालय जल्द करार पर करेंगे दस्तखत
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के नये कुलपति प्रो. सतपाल सिंह बिष्ट ने नई पहल शुरू की है। जिसके लिए विश्वविद्यालय एवं मेडिकल कालेज अल्मोड़ा के बीच जल्द ही एक करार पर दस्तखत होने जा रहे हैं। यह पहल के तहत विश्वविद्यालय के छात्र—छात्राओं को संस्कारित व स्वस्थ्य बनाते हुए शिक्षित करने और शोध की दिशा में काम करने का लक्ष्य है। इसके अलावा विश्वविद्यालय में मर्ज आवासीय विश्वविद्यालय के लंबित कोर्सों को फिर संचालित करने के प्रयास होंगे।
कुलाधिपति एवं राज्यपाल से शिष्टाचार मुलाकात कर लौटे विश्वविद्यालय के नये कुलपति प्रो. सतपाल सिंह बिष्ट आज अपने कार्यालय में पत्रकारों से मुखातिब हुए। इस मौके पर उन्होंने विश्वविद्यालय के छात्र—छात्राओं के हित में नई पहल शुरू करने के बारे में बताया। प्रो. सतपाल ने कहा कि शिक्षा लेने के लिए बच्चों का स्वस्थ व संस्कारित होना भी बेहद जरूरी है। इसी विचार से विश्वविद्यालय के छात्र—छात्राओं को स्वस्थ रखने व संस्कारित बनाने की कार्ययोजना है। यह मुहिम मेडिकल कालेज अल्मोड़ा व नर्सिंग कालेज अल्मोड़ा के सहयोग से चलेगी। इसके लिए जल्द ही विश्वविद्यालय व मेडिकल कालेज अल्मोड़ा के बीच एक एमओयू होगा। उन्होंने कहा कि इस पहल की शुरूआत एसएसजे कैंपस अल्मोड़ा से होगी, जहां कैंप लगाया जाएगा और बैच बनाकर छात्र—छात्राओं का मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर उपचार किया जाएगा, ताकि बच्चे स्वस्थ रहकर शिक्षा ग्रहण कर सकें। इसके अलावा दोनों संस्थानों के समन्वय से पीएचडी के विद्यार्थियों को लैब सुविधा प्राप्त होगी शोध संबंधी गतिविधियां चलेंगी। कई ऐसे कोर्स संचालित करने के प्रयास होंगे, जिनके माध्यम से मेडिकल कालेज में नौकरी पा सकें। प्रो. सतपाल ने पत्रकारों द्वारा उठाए गए सवालों पर कहा कि एसएसजे परिसर में चहुंओर स्वच्छता व सुंदरता लाई जाएगी और 06 बायो टायलेट बनाए जाएंगे। इसके अलावा शिक्षकों व कर्मचारियों के रिक्त पदों को भरने के संबंध में कुलाधिपति व उच्च शिक्षा मंत्री से वार्ता की जाएगी।
इस मौके पर मौजूद मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. सीपी भैसोड़ा ने उक्त पहल के लाभ समझाते हुए कहा कि विद्यार्थियों में मेंटल हेल्थ, फिजिकल हेल्थ को लेकर हम सभी को संवेदनशील होना जरूरी है, ताकि छात्र—छात्राएं बिना किसी तनाव में रहकर अध्ययन कर सकें। उन्होंने बताया ड्रग्स के प्रति जागरूक करते हुए काउंसिलिंग भी की जाएगी। करार के अनुसार विश्वविद्यालय के साथ सहयोग करने की बात कहते हुए उन्होंने बताया कि मेडिकल काॅलेज के विशेषज्ञों के निर्देशन में शोध आदि गतिविधियों का संचालन भी किया जाएगा। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डाॅ. भाष्कर चौधरी, वैयक्तिक सचिव विपिन जोशी, गोविंद मेर, गोविद अधिकारी मौजूद रहे।