✍️ बागेश्वर की डीएम अनुराधा ने अधिकारियों को किया आगाह
✍️ हर स्थिति से निपटने को तैयारियां चौकस रखने के निर्देश
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने मानसून को देखते हुए विभागों से सभी जरूरी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सभी विभाग अपनी तैयारियों को चुस्त-दुरस्त बनाए रखें और अतिवृष्टि व भूस्खलन आदि की वजह से अवरुद्ध सड़कों, बिजली एवं पेयजल की आपूर्ति को बहाल करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। बंद सड़कों को कम से कम समय में खोलें। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
शनिवार को जिला कार्यालय में मानसून को लेकर विभागों की तैयारियों की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि अतिवृष्टि, भूस्खलन से सड़कों के बंद होने तथा अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं की तत्काल नियंत्रण कक्ष को जानकारी दें। किसी भी प्रकार की आपदा या आकस्मिकता की स्थिति में संबंधित अधिकारी अविलंब नियंत्रण कक्ष में पहुंचकर परस्पर समन्वय बनाकर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें। जिलाधिकारी ने कहा कि अतिवृष्टि, भूस्खलन आदि वजहों से अवरुद्ध होने वाली सड़कों तथा बिजली एवं पेयजल की आपूर्ति को बहाल करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार संभावित खतरे की स्थिति में स्थानीय स्तर पर विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित करें।
उन्होंने सभी विभागों को अपने—अपने स्तर की तैयारियां चौकस रखने के निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में जीवन रक्षक दवाएं और एंबुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। साथ दूरस्थ क्षेत्र के अंतर्गत की गर्भवती महिलाओं को डिलीवरी की निर्धारित तिथि से पूर्व अस्पताल लाए जाने हेतु एक्शन प्लांन तैयार करने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिए। जल संस्थान को पर्याप्त संख्या में पाइप व पेयजल टैंकर और विद्युत विभाग को विद्युत पोल, तार एवं ट्रॉस्फार्मर की व्यवस्था रखने के निर्देश दिए। जिला पूर्ति अधिकारी को मानसून अवधि के लिए खाद्यान्न एवं ईधन का पर्याप्त भंडारण करने को कहा। जिलाधिकारी ने संवेदनशील नदी, नाले, गधेरों में चेतावनी बोर्ड लगाने के निर्देश सिंचाई विभाग को दिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, अपर जिलाधिकारी एनएस नबियाल, उपजिलाधिकारी मोनिका, अनुराग आर्या, जीतेंद्र वर्मा, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ अनुपमा ह्यांकी, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सोन, ईई जल संस्थान सीएस देवडी, जल निगम वीके रवि, ईओ हयात सिंह परिहार आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल आदि मौजूद रहे।