हल्द्वानी। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अपनी राजनैतिक व्यस्तताओं में इतने व्यस्त हुए कि वे प्राकृतिक आपदा से बिलख रही मुनस्यारी की जनता को प्रति दो शब्द लिखना ही भूल गए। हालांकि इससे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता दिखाते हुए हरीश रावत को हर की पैड़ी को स्क्रेप चैनल घोषित करने की मजबूरियां पूछता सवाल दागा था। इसी के साथ एक दिन पहले उन्होंने हरिद्वार के चंडीघाट में एक मंदिर में रुद्राभिषेक की शानदार तस्वीरें पोस्ट की थी। यही नहीं चार दिन पहले उन्होंने अल्मोड़ा—बागेश्वर के सांसद अजय टम्टा को उनके जन्म दिन की बधाई भी दीं।
हालांकि डिजिटल मीडिया में पिथौरागढ़ के मुनस्यारी में प्राकृतिक आपदा और कई लोगों के मारे जाने और उससे भी ज्यादा लोगों के लापता होने की खबर ब्रेक कर दी गई थी। लेकिन बंशी ने इस घटना पर सोशल मीडिया पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। अलबत्ता उन्होंने किच्छा के जवान की बार्डर पर शहादत पर शहीद को अपना सेल्यूट जरूर शेयर किया। कुछ ऐसा ही हाल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का भी है। उन्होंने भी किच्छा के शहीद को अपना सलाम पेश किया। उत्तरकाशी में महंगाई के नाम पर कांग्रेस के प्रदर्शन की तस्वीरें और वीडियो भी पोस्ट की लेकिन मुनस्यारी आपदा पर कुछ कहना उन्होंने उचित नहीं समझा।
यह अलग बात है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल, सदन में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश, पूर्व सीएम हरीश रावत व दोनों ही पार्टियों के अन्य छोटे बड़े तकरीबन सभी नेताओं ने इस घटना पर अपनी शोक संवेदनाएं व सरकार से अपेक्षाएं व्यक्त कीं लेकिन दोनों ही पार्टियों के ये दोनों प्रदेश अध्यक्ष इस घटना पर शोक संवेदना के दो शब्द भी नहीं बोल सके यह बात अखरती जरूर है।