रामनगर। जब तक देश में अंग्रेजों द्वारा अपनाई गई फूट डालो राज करो की नीति चलती रहेगी तब तक देश में शोषण मुक्त समाजवाद राज्य की स्थापना नहीं हो सकती है तथा गरीबों, मजदूरों, किसानों, आम लोगों को उनका हक नहीं मिल पाएगा। शहीदे आजम भगत सिंह की 114वीं जयंती के अवसर पर उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी, इंकलाबी मजदूर केंद्र, परिवर्तन कामी छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं के द्वारा शहीद पार्क लखनपुर से भगत सिंह चौक भवानीगंज तक मार्च निकाला,
जिसमें दर्जनों लोग हाथों में भगत सिंह के विचारों के स्लोगन लिखी पट्टियां हाथों में लिए रोजी रोटी दे ना सके जो वह सरकार निकम्मी है, भगत सिंह की बात करेंगे, संघर्षों की राह चलेंगे नारेबाजी कर रहे थे। भगत सिंह चौक पर पहुंचते ही प्रदर्शनकारियों ने शहीदे आजम भगत सिंह की मूर्ति पर माल्यर्पण किया। इस अवसर पर हुई संक्षिप्त सभा में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष राज्य आंदोलनकारी प्रभात ध्यानी एवं इंकलाबी मजदूर केंद्र के पंकज ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र की मोदी सरकार अंग्रेजों द्वारा अपनाई गई फूट डालो राज करो की नीति पर चल रही है।
सरकार के संरक्षण में लोगों को धर्म के नाम पर बांटा जा रहा है। पूंजीपतियों, कॉर्पोरेट एवं साम्राज्यवादी देशों के इशारे पर प्राकृतिक संसाधनों की लूट की जा रही है। किसान एवं मजदूरों के खिलाफ कानून लाकर उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। लोगों को बोलने एवं आंदोलन करने से रोका जा रहा है। वक्ताओं ने कहा कि आज भगत सिंह की क्रांतिकारी विरासत एवं विचारों को आम जनमानस तक पहुंचाने की जरूरत है।
शोषण मुक्त एवं समाजवादी राज्य की स्थापना के बिना आम लोगों का भला नहीं हो सकता है। मार्च में मनमोहन अग्रवाल, कपिल शर्मा, शीला शर्मा, राज्य आंदोलनकारी नवीन नैथानी, पान सिंह नेगी, इंद्र सिंह मनराल, सुरेंद्र प्रसाद भदोला, लालमणि, जीएस बिष्ट, मोहन तिवारी, किरण आर्य, भुवन, कमल, मदन सिंह, रवि कुमार, रवि, प्रियांशु, सुमित, उबेद उल हक, प्रभात ध्यानी व पंकज आदि थे।