सीएनई रिपोर्टर, मुकेश कुमार
लालकुआं। पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश के चलते मैदानी क्षेत्र में लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया जिसके चलते नदी नाले अपने उफान पर चल रहे हैं वहीं लगातार हो रही बारिश के चलते नदिया जहां उफान पर है वहीं नदी के पार रहने वाले लोगों का जीना मुश्किल हो गया है क्योंकि गौला नदी के पार रहने वाले लोग अपनी दिनचर्या का सामान लेने गौला नदी को पार करके लालकुआं आते हैं फिर सामान लेकर अपने घरों को लौट जाते हैं जहां परिवार के लोग और बच्चे इन लोगों के इंतजार में बैठे रहते हैं। और डर के साए में रहने को मजबूर हैं।
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आपको बता दें कि गौला नदी के पार करीब एक दर्जन गांव बसे हैं। जिनका रोजाना कोई भी चीज लेने गौला नदी के पार लालकुआं को आना पड़ता है पर दुर्भाग्यपूर्ण यह स्थिति है कि आज तक इन लोगों के लिए किसी भी तरीके का पुल का निर्माण नहीं हो पाया। कितनी सरकारें आई और चली गई पर इन लोगों को अपने हाल पर छोड़ गई यह दर्द इन लोगों का सिर्फ बरसात के दिनों में ही दिखता है बाकी दिन नदी में पानी ना होने के चलते जीवन सामान्य रहता है।
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वहीं, लोगों ने किस तरीके से अपनी पीड़ा बताई और गांव में किस तरीके का दर्द महसूस होता है साथ ही किस तरीके से जान हथेली पर रखकर गौला नदी को पार करते हैं। अगर ऊपर से पानी बढ़ गया तो जितने लोग नदी पार कर रहे हैं। सब बहकर कहां चले जाएंगे किसी को कुछ नहीं पता।
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