‘जीवन प्रमाण’ ने दी पेंशनरों को नई सुविधा, एक App ने खत्म की झंझट

— घर बैठे कोषागार तक पहुंचा सकते हैं जीवन प्रमाण पत्र सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा| अगर आप उत्तराखंड राज्य के पेंशनर हैं और आप राज्य के…

हल्द्वानी : पेंशनर के लिए काम की खबर, डिजिटल हुई यह सेवा

— घर बैठे कोषागार तक पहुंचा सकते हैं जीवन प्रमाण पत्र

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा| अगर आप उत्तराखंड राज्य के पेंशनर हैं और आप राज्य के कोषागारों से पेंशन प्राप्त करते हैं। तो अब आपको अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए कोषागार के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। यह झंझट एक ‘एप’ ने खत्म कर दी है। अपने फोन में ‘जीवन प्रमाण एप’ डाउनलोड कीजिए और घर बैठे Jeevan Pramaan पत्र कोषागार को दीजिए। जी हां! यह नई सुविधा लेकर आया है—IPPB-Jeeyan Praman (Digital life Certificate)। इससे डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा किया जा सकता है। यह जानकारी मुख्य कोषाधिकारी हेमेन्द्र गंगवार ने दी है और उन्होंने इसकी प्रक्रिया भी समझाई है।

डाक विभाग भी देगा सुविधा

डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जन सुविधा केन्द्र के माध्यम से भी जमा किया जा सकता है। बशर्ते इसके लिए पेंशनर का आधार नम्बर सम्बन्धित कोषागार में पूर्व से फीड होना आवश्यक है। यह सेवा डाक विभाग ने पोस्टमैन के माध्यम से डिजिटल Jeevan Pramaan पत्र जमा करने के लिए शुरू की है, जो डोरस्टेप सुविधा है। इस सेवा का लाभ उठाने के लिए पेंशनर गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध पोस्टइंफो ऐप की सहायता से IPPB-Jeeyan Praman (Digital life Certificate) का चयन करेगा और service request raise करनी होगी। इसके लिए पोस्टमैन के आगमन के समय पेंशनर के पास आधार नम्बर, जी.आ.डी. नम्बर एवं बैंक खाते की सूचना उपलब्ध होनी आवश्यक है। इस सेवा का लाभ उठाने के लिए पेंशनर को डाक विभाग द्वारा निर्धारित शुल्क देना होगा।

खुद के मोबाइल से उठा सकते हैं लाभ

पेंशनर अपने मोबाईल का प्रयोग कर जीवन प्रमाण ऐप की मदद से अपना Jeevan Pramaan पत्र जमा कर सकते हैं। इसके लिए गूगल प्ले स्टोर पर जाकर आधार फेस आरडी एप (AadhaarFaceRd App) इंस्टॉल करें। या फिर https://jeevanpramaan.gov.in/app/download पर जाकर जीवन प्रमाण ऐप डाउनलोड एवं इंस्टॉल करें। इसके लिए पेंशनर के पास अपनी ई-मेल आईडी होनी आवश्यक है। इंस्टाल हो जाने के बाद जीवन प्रमाण ऐप को खोलें तथा अपने चेहरे को मोबाईल फोन की सहायता से स्कैन करते हुए आपरेटर के रूप में अपने आप को पंजीकृत करना होगा। पंजीकरण के बाद पेंशनर का विवरण यथा पेंशनर का नाम, आधार संख्या, पीपीओ/जीआरडी संख्या इत्यादि ऐप में अंकित करें। ऐप की सहायता से पेंशनर के चेहरे को स्कैन करें और submit button पर क्लिक करें। डीएलसी डाउनलोड करने के लिंक के साथ एक संदेश पेंशनर के मोबाईल नम्बर पर प्राप्त होगा।

अगर पेंशनर विदेश में है तो…

मुख्य कोषाधिकारी हेमेन्द्र गंगवार ने बताया कि अगर पेंशनर विदेश में प्रवास कर रहा हो। तो उसे अपना Jeevan Pramaan पत्र उस देश में भारत के राजनयिक प्रतिनिधि द्वारा संबंधित कोषागार को प्रेषित किया जाएगा। इसके बाद सम्बन्धित कोषागार के कोषाधिकारी द्वारा वर्चुवल (vedio conferencing) के माध्यम से जीवन प्रमाण पत्र की पुष्टि की जायेगी।

स्वत: अपडेट हो जाएगा प्रमाण पत्र

मुख्य कोषाधिकारी के अनुसार डिजिटल माध्यम से सत्यापित जीवन प्रमाण पत्र स्वतः ही कोषागार में अपडेट हो जायेंगे। इसके लिए कोषागार से किसी प्रकार का पत्राचार करने की आवश्यकता नहीं है। इसके अलावा कोषागार में पूर्व की भांति उपस्थित होकर जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की सुविधा भी जारी है। पेंशनर चाहें, तो प्रदेश के किसी भी कोषागार अथवा उपकोषागार में उपस्थित होकर अपना जीवन प्रमाण पत्र भौतिक रूप से पूर्व की भांति ही जमा करवा सकते हैं। इसके लिए पेंशनर को अपना आधार कार्ड एवं कोषागार में पंजीकृत मोबाईल नम्बर अपने साथ कोषागार में लेकर जाना अनिवार्य है।

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