सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर। सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम के तहत यहां जनता दरबार का आयोजन किया गया। इस दौरान जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए फरियादियों ने कुल 15 शिकायतें और समस्याएं जिलाधिकारी के समक्ष रखीं।
तहसील सभागार में सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने जनता दरबार में प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि लोगों की समस्याओं और शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए। जिन मामलों में शासन स्तर पर पत्राचार या किसी अन्य कार्यवाही की आवश्यकता है, उन्हें समयबद्ध तरीके से पूरा करते हुए शिकायतकर्ता को भी अवश्य सूचित किया जाए।
जनता दरबार में मेहनरबूंगा निवासी देवराम ने सड़क निर्माण के मलबे को उपजाऊ भूमि में डालने की शिकायत करते हुए उसे हटाने की मांग की। खबडोली निवासी मोहन सिंह ने गांव में गोसदन खोले जाने पर आपत्ति जताते हुए उसे अन्यत्र खोलने की मांग रखी। बिलौनासेरा निवासी बसंत लाल ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास निर्माण के लिए आर्थिक सहायता दिलाने का अनुरोध किया। रणकुड़ी निवासी मदन नाथ ने अंशदान दिलाने का आग्रह किया।
बिलौनासेरा निवासी घनश्याम तिवारी ने गांव की पेयजल योजना को जल संस्थान या नगर पालिका के अधीन करने की मांग की। पीपल चौक मंडलसेरा निवासी रेवती देवी ने पड़ोसी के छत के पानी से घर की दीवार को हो रहे नुकसान से निजात दिलाने की गुहार लगाई। ज्वालोदवी वार्ड की सभासद नीमा जोशी सहित अन्य निवासियों ने क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति सुचारू कराने की मांग रखी। अड़ोनी निवासी कमला देवी ने विधवा पेंशन स्वीकृत कराने का अनुरोध किया।
अर्जुन सिंह माजिला ने जोगाबाड़ी गुफा को पर्यटन सर्किट में जोड़ने और स्थाई हेलीपैड स्वीकृत करने का आग्रह किया। इनके अलावा, सज्जन सिंह, तारा देवी, ठाकुर सिंह परिहार व अन्य फरियादियों ने भी अपनी समस्याएं व शिकायतें जनता दरबार में रखीं, जिन पर जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
इस मौके पर जिलाधिकारी ने सीएम हेल्पलाइन और हैलो बागेश्वर पर प्राप्त शिकायतों की भी विस्तृत समीक्षा की। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी एनएस नबियाल, उपजिलाधिकारी जीतेंद्र वर्मा व अनिल सिंह रावत, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. कुमार आदित्य तिवारी, डीपीओ डॉ. मंजुलता यादव, ईई लोनिवि संजय पांडे, जल निगम के वीके रवि, जल संस्थान के सीएस देवड़ी मौजूद रहे।