सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
अल्मोड़़ा—रानीखेत मुख्य सड़क में यहां लक्ष्मेश्वर में खुटकुड़ी भैरव मंदिर के पास तेज बारिश के चलते रात ढाई बजे के आसपास पहाड़ी दरक पड़ी। जिससे भारी मलबा गिरने से मोटरमार्ग बंद हो गया। रात ही जन अधिकार मंच के संयोजक त्रिलोचन जोशी ने दूरभाष पर जिला आपदा अधिकारी राकेश जोशी को इसकी जानकारी दी।
इसके कुछ देर बाद जेसीबी मौके पर पहुंची और करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद सुबह सड़क खोल दी गई। जेसीबी से सड़क पर गिरे बोल्डर व मलबा हटाकर सड़क आवागमन के लिए खोल दी गई। हालांकि इस जगह पर अभी भूस्खलन का खतरा बना हुआ है, क्योंकि पहाड़ी पर दरारें पड़ी हैं। मलबे के कारण तड़के चलने वाले वाहन काफी देर इस जगह पर फंसे रहे। इससे अब कुछ पेड़ों के भी गिरने का अंदेशा पैदा हो गया है। माना जा रहा है कि रात हुआ भूस्खलन यदि दिन में होता, तो बड़ा हादसा भी हो सकता था।
यहां भी नहीं टला खतरा
यहां लक्ष्मेश्वर वार्ड अंतर्गत अल्मोड़ा—ताकुला मोटरमार्ग में गत जून माह से बना खतरा भी अभी टल नहीं सका है, जबकि गत दिनों संबंधित विभागों समेत जिलाधिकारी को भी इस बाबत जन अधिकार मंच ने अवगत कराया और खतरा टालने के लिए सड़क पर गिरने के कगार पर आए चीड़ के विशाल पेड़ों को हटाने का अनुरोध किया। दूसरी ओर सड़क धंसी है। सतर्कता का आलम ये है कि अभी तक इस जगह पर संबंधित विभाग ने एक अदद सावधान करने वाला बोर्ड तक नहीं लगाया। इस स्थिति को जन अधिकार मंच के संयोजक त्रिलोचन जोशी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। श्री जोशी ने आज इस संबंध में आज फिर जिलाधिकारी से वार्ता की।