हल्द्वानी | दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट में नामजद मुकेश बोरा (पूर्व दुग्ध संघ अध्यक्ष) को पुलिस ने उत्तर प्रदेश के रामपुर में चक्कू चौक से गिरफ्तार किया है। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि आरोपी बोरा सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में था। रामपुर में वह अपने अधिवक्ता से मिलने पहुंचा था, तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया। गिरफ्तारी के बाद आज पुलिस कस्टडी में हल्द्वानी कोतवाली पहुंचे मुकेश बोरा ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि उनके खिलाफ कुछ राजनीतिक लोगों ने साजिश की है जिसके तहत उनको फसाया गया है उन्होंने कहा उनको न्याय के देवता गोलज्यू पर भरोसा है कि वही उनको न्याय दिलाएंगे। न्यूज़ ग्रुप Click Now
मुकेश बोरा को फरार कराने में सहयोग करने वाले 4 व्यक्तियों 1- आशा रानी पत्नी नन्दन आर्या निवासी ग्राम मल्ली दीनी पो. पहाडपानी जनपद नैनीताल, 2- सुरेन्द्र सिंह परिहार पुत्र मोहन सिंह परिहार निवासी ग्राम अल्चोना पो.आ. चाफी तहसील नैनीताल जिला नैनीताल, 3- नन्दन प्रसाद आर्या पुत्र गोपाल राम आर्या निवासी ग्राम मल्ली दीनी पो. पहाड़ पानी जिला नैनीताल, व 4- देवेन्द्र सिह चुनोटिया पुत्र कुंवर सिंह चुनोटिया निवासी नौकुचियाताल थाना भीमताल जिला नैनीताल आदि के नामो की बढ़ोत्तरी उक्त अभियोग में करते हुये इनके विरुद्ध धारा 212 IPC (249 BNS) की कार्यवाही की गयी।
जानिए पूरा मामला
एक सितंबर को मुकेश बोरा के खिलाफ महिला ने नौकरी पक्की करने के नाम पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इसी दिन पुलिस ने दुष्कर्म का केस दर्ज किया था। दो सितंबर को मुकेश बोरा पर पॉक्सो की धारा बढ़ाई गई। पीड़ित महिला ने बेटी से छेड़छाड़ करने का आरोप भी लगाया था। तभी से गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग को लेकर बोरा कोर्ट गया था। कोर्ट ने याचिका निरस्त की तो वह हाईकोर्ट पहुंच गया था। 13 सितंबर को हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी पर सशर्त रोक लगा दी थी। 17 को गिरफ्तारी की याचिका खारिज हो गई। तब से बोरा फरार हो गया था।