उत्तराखंड : बोर्ड परीक्षार्थियों को लेकर सरकार लेने जा रही यह फैसला, पढ़िये ख़बर

सीएनई डेस्क उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षा फेल हुए छात्र—छात्राओं को आगामी शिक्षा सत्र से दोबारा पास होने का मौका दिया जायेगा। सरकार जल्द ही दो…

चंपावत : महाविद्यालय देवीधूरा में स्नातकोत्तर स्तर पर होगी इन विषयों की पढ़ाई

सीएनई डेस्क

उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षा फेल हुए छात्र—छात्राओं को आगामी शिक्षा सत्र से दोबारा पास होने का मौका दिया जायेगा। सरकार जल्द ही दो विषयों में फेल हुए हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड के छात्र—छात्राओं के हित में फैसला लेने जा रही है।

शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के अनुसार फेल हुए बहुत से छात्र—छात्राएं पढ़ाई बीच में ही छोड़ देते हैं, जो उचित नहीं है। अतएव सरकार जल्द ही कैबिनेट में इस संबंध में प्रस्ताव लायेगी। आगामी शिक्षा सत्र से नई व्यवस्था लागू हो सकती है।

इस बार 48 हजार से अधिक हुए फेल

उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में इस बार 48 हजार से अधिक विद्यार्थी अनुत्तीर्ण हुए हैं। 12वीं की परीक्षा में 19 हजार से अधिक और 10 वीं में 28 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं फेल हुए हैं। अतएव सरकार अधिकतम दो विषयों में फेल छात्र-छात्राओं को अंक सुधार का मौका दिया जाने पर विचार—विमर्श कर रही है।

पास होने वाले विद्यार्थियों की संख्या में गिरावट

यदि साल 2021 की बात करें तो उत्तराखंड बोर्ड का 10वीं का परीक्षाफल 99 प्रतिशत रहा था। वहीं इस साल इस साल यह मात्र 77.47 प्रतिशत ही रहा। 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट विगत वर्ष 99.71 प्रतिशत रहा और वर्तमान वर्ष में 82.63 प्रतिशत रहा।

यूपी की व्यवस्था पुन: होगी लागू

उल्लेखनीय यह भी है कि पूर्व में दो विषयों में फेल होने वालों को भी मौका मिलता था, लेकिन कतिपय कारणों से उत्तराखंड में यह व्यवस्था बंद हो गई थी। वर्तमान में बोर्ड परीक्षा में अधिकतम दो विषयों में फेल छात्र-छात्राओं को 08 अंक का ग्रेस भी दिया जाता है। अविभाजित उत्तर प्रदेश के समय में अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों के लिए पुन: परीक्षा की व्यवस्था थी, लेकिन उत्तराखंड में इस व्यवस्था को बंद कर दिया गया था। अब दोबारा इसका प्रस्ताव तैयार किया गया है। उम्मीद की जा रही है कि नवीन शिक्षा सत्र से फेल हुए छात्र—छात्राओं को दोबारा पास होने के मौका मिल सकेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *