दिनकर प्रकाश जोशी, सोमेश्वर
सोमेश्वर क्षेत्र के करीब पांच दर्जन सस्ते गल्ले की दुकानों के खाद्यान्न भंडार को समेटने वाला राजकीय खाद्यान्न भण्डार सोमेश्वर दुर्दशा के दिन भोग रहा है। भवन की जर्जरता से खाद्यान्न को क्षति पहुंच रहा है। मगर इस भंडार का सुधलेवा कोई नहीं।
सुनाड़ी गांव के पास स्थिति इस भंडार में हर माह करीब 62 सस्ता गल्ला दुकानों का खाद्यान्न रखा जाता है और यहीं से सस्ता गल्ला विक्रेता माल उठाते हैं। मगर भंडार भवन की हालत दयनीय बनी है। रंगरोगन बिना भवन बदसूरत तो बना ही है। साथ ही खिड़कियां खराब व टूटी हैं। जिनसे बारिश में बारिश अंदर घुसना या बंदरों का अंदर घुसना आम बात है। इस कारण भंडारी में रखे राशन को क्षति पहुंच रही है। बंदर बोरो को काटकर अन्न बर्बाद कर रहे हैं। मगर कोई पूछने—देखने वाला नहीं। तमाम योजनाओं पर लाखों—करोड़ों खर्च हो रहे हैं, मगर इस भवन को सुधारने व संवारने के लिए धनराशि नहीं मिल पा रही। उपेक्षा का आलम देखिये कि यहां कर्मचारी हैं और हर माह सस्ता गल्ला विक्रेता व मजदूरों का आना—जाना रहता है, लेकिन न तो पेयजल का इंतजाम और न ही सुलभ शौचालय। ऐसे में आने-जाने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता सुन्दर राणा ने खाद्यान्न भंडार भवन की दशा सुधारने की मांग विभाग से की है।
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