Almora News: एनआरएचएम के पूर्व उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक ने उठाया पत्रकारों के हित का मुद्दा, सीएम को ज्ञापन भेज पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर्स घोषित कर आर्थिक सहायता व अन्य सुविधाएं देने की मांग उठाई

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाकोरोना के कठिन दौर में एनआरएचएम उत्तराखंड के पूर्व उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक ने पत्रकारों के हितों की चिंता की है। उन्होंने कहा कि…

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
कोरोना के कठिन दौर में एनआरएचएम उत्तराखंड के पूर्व उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक ने पत्रकारों के हितों की चिंता की है। उन्होंने कहा कि महामारी के इस दौर में पत्रकारों के हितों में भी कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर घोषित करते हुए उन्हें आर्थिक सहायता देने और उनके कल्याण के लिये ठोस नीति बनाने की मांग की है।

Big Breaking Uttarakhand : तवाघाट लिपूलेख मोटर मार्ग में जेसीबी पर गिरा मलबा, चालक समेत तीन की दर्दनाक मौत

एनआरएचएम उत्तराखंड के पूर्व उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा है कि प्रजातन्त्र में पत्रकारिता का कार्य सार्वभौमिक व बहुआयामी है। पत्रकार सिर्फ घटनाओं का संकलन ही नहीं करता बल्कि समाज में फैली तमाम समस्याओं का अध्ययन कर उसे उजागर करता है। उन्होंने कहा है कि पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ व जनमत के निर्माता होने के साथ ही समाज का आईना है। उन्होंने कहा कि आज पत्रकार अपराधियों, असामाजिक तत्वों व दबंगों के निशाने पर हैं और पत्रकारों का उत्पीड़न भी होता आया है।

Uttarakhad Breaking : कोरोना काल में हर किसी को मिलेगा मुफ्त राशन, परिवार के मुखिया खो चुकों को नौकरी में 5 प्रतिशत आरक्षण

कर्नाटक ने कहा है कि इस कोरोना महामारी के कठिन दौर में पत्रकार व फोटोग्राफर अपने जीवन की चिन्ता किए बिना ही देश—प्रदेश में विभिन्न स्थानों तथा संक्रमित इलाकों में जाकर नियमित रूप से खबरों का प्रकाशन और प्रसारण कर अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। तभी आम लोगों तक जरूरी व आवश्यक सूचनायें पहुंच रही हैं, किंतु सोचनीय विषय ये है कि मीडिया के पास न तो पर्याप्त संसाधन हैं और न ही सुविधायें।

उत्तराखंड : पंखे से लटका मिला विवाहिता का शव, दरवाजा तोड़कर दाखिल हुई पुलिस, मायके पक्ष ने लगाया देहज हत्या का आरोप

कर्नाटक ने मुख्यमंत्री से मांग की कि पत्रकारों के हितों को ध्यान में रखते हुए इन्हें फ्रंटलाइन वर्कर्स की भांति सुविधाएं दी जाएं। उन्होंने ज्ञापन में मांग उठाई है कि पत्रकारों को दुर्घटना बीमा, स्वास्थ्य बीमा, कोरोना के अन्तर्गत 50 लाख रुपये के बीमा लाभ दिया जाय। वहीं पत्रकारों को कोविड काल में परिवारों के भरण पोषण के लिए 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए और कोरोना महामारी को देखते पत्रकारों को संक्रमण से बचने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराये जाय।

कोरोना से अनूठी जंग : हिंदू वाहिनी का दावा — प्राकृतिक जड़ी—बूटियों के धुएं से नष्ट होगा कोरोना बैक्टीरिया, शुरू हुआ वातावरण शुद्धिकरण अभियान

नैनीताल : इस परिवार पर लगी Corona की काली नज़र, मां, बेटा—बेटी तीनों की मौत, उजड़ गया हंसता—खेलता परिवार

Big Breaking : स्कूटी से घर लौट रही महिला एएसआई की अज्ञात वाहन की चपेट में आने से दर्दनाक मौत, एएसपी कार्यालय नैनीताल में थी तैनात

दिल्ली जीतेगी जंग : Corona infection की रफ्तार धीमी, पर फिर 31 मई तक बढ़ाया Lockdown

Big Breaking : अल्मोड़ा—हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर खाई में गिरी कार, एक की मौत, तीन घायल

हमारे WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈

CM Office तक पहुंची थप्पड़ की गूंज, तत्काल प्रभाव से हटाये गये चांटा मार कलेक्टर, देखिये वीडियो

Uttarakhand : बुजुर्ग नही युवाओं पर हमलावर है Corona की दूसरी लहर, बड़ी संख्या में बच्चे भी हो रहे Infected, यकीन मानिये बिना बताये गुपचुप आयेगी तीसरी लहर ! जरूर पढ़िये यह रिपोर्ट…..

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *