जिला पंचायत सदस्यों के आंदोलन की उपेक्षा का विरोध
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिला पंचायत परिसर में 54 दिनों से चल रहे नौ जिला पंचायत सदस्यों के आंदोलन की शासन-प्रशासन द्वारा उपेक्षा किये जाने से कपकोट के पूर्व विधायक एवं कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री ललित फर्स्वाण खिन्न हैं। इसी उपेक्षा के खिलाफ वह आज कलेक्ट्रेट में 24 घण्टे के उपवास पर बैठ गए हैं। उनके साथ काफी संख्या में समर्थक धरने पर डट गए हैं।
जिला पंचायत में वित्तीय अनियमितता के विरोध जिला पंचायत में उपाध्यक्ष नवीन परिहार के नेतृत्व में 9 सदस्यों के द्वारा 54 दिनों धरना—प्रदर्शन कर रहे हैं। इस आंदोलन की शासन—प्रशासन द्वारा अनदेखी व अनसुनी किए जाने के खिलाफ अपनी पूर्व घोषणा के मुताबिक आज पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण अपने समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में 24 घण्टे के उपवास पर बैठ गए है। इस मौके पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि जिला पंचायत में विकास के बजट का समान वितरण करने, वित्तीय अनियमितताओं की जांच करने सहित 11 बिन्दुओं पर लंबे समय से जांच की मांग उठाई जा रही है, लेकिन प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि जिला पंचायत अध्यक्ष मनमानी कर बजट की बंदरबांट कर रही हैं और आंदोलन सदस्यों को गलत पंचायत एक्ट दिखाकर गुमराह कर रही हैं। वक्ताओं ने कहा कि इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक सहित शासन को भेजी गई, लेकिन 54 दिन बीतने के बाद भी जांच करना तो दूर आंदोलनरत सदस्यों से वार्ता तक नहीं की। उन्होंने कहा कि विकास की धनराशि का दुरुपयोग नही होने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जिला पंचायत के इतिहास में पहली बार इतना लंबा आंदोलन चला है। वक्ता बोले कि जिला पंचायत अध्यक्ष की हठधर्मिता के कारण आज जिला पंचायत में सभी कर्मचारी डरे हुए हैं और दबाव बनाकर अधिकारियों व कर्मचारियों का स्थानांतरण किया जा रहा है। उन्होंने चेताया कि यदि 11 बिंदुओं पर प्रशासन ने निष्पक्ष जांच नहीं की, तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। पूर्व विधायक के साथ पूर्व दर्जा मंत्री गोपाल दत्त भट्ट, राजेन्द्र टंगड़िया, कांग्रेस जिलाध्यक्ष लोकमणि पाठक, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष गीता रावल, युवक कांग्रेस के कवि जोशी, रंजीत दास, बालकृष्ण, सुंदर मेहरा, दीपक गड़िया, वीरेंद्र नगरकोटी, अर्जुन भट्ट, लक्षमण आर्या, बसंत नेगी, संजय फर्स्वाण, आलम सिंह, ईश्वर पांडेय, किशन कठायत, देवी दत्त काण्डपाल, ललित धपोला, कुंवर राठौर,खीम राम, बलवंत राम, मनोज कुमार, गिरीश जोशी, दुर्गा डियारकोटी, हरीश जीना, हरीश भट्ट, भैरव दत्त चन्दोला, जितेंद्र मेहता, प्रमोद जोशी आदि बैठे हैं।