राजस्थान से आए एक टूरिस्ट की मौत
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आज मंगलवार दोपहर हुए आतंकी वारदात से पूरा देश चौंक गया। हमले में एक टूरिस्ट की मौत जबकि कई घायल हो गए हैं। सेना की वर्दी में आए आतंकियों ने पहले भेलपूरी खा रहे पर्यटकों से नाम पूछा। हिंदू नाम सुनते ही फायर कर दी। सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर रखा है। हेलिकॉप्टर के जरिए इलाके पर नजर रखी जा रही है। घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है।
On firing incident reported in Pahalgam
जानकारी के मुताबिक 2 आतंकी सेना की वर्दी में आए थे और फायरिंग कर भाग निकले। यह घटना बैसरन घाटी में हुई, इसमें 8 लोग घायल हैं। इनमें कुछ स्थानीय भी हैं। हालांकि न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक घायलों की संख्या 12 है। न्यूज एजेंसी PTI को एक महिला ने फोन कर बताया कि उसके पति के सिर में गोली लगी है। महिला ने अपनी पहचान नहीं बताई।
ज्ञात रहे कि पिछले साल भी राजस्थान के कपल पर फायरिंग हुई थी। 18 मई 2024 की रात में दो जगह आतंकी हमले हुए थे। पहली घटना अनंतनाग के पहलगाम के पास एक ओपन टूरिस्ट कैंप की थी। यहां आतंकियों ने राजस्थान के जयपुर (राजस्थान) के रहने वाले एक टूरिस्ट कपल को गोली मारी थी। कुछ देर बाद शोपियां के हीरपोरा में रात करीब 10.30 बजे आतंकियों ने लोकल भाजपा नेता ऐजाज अहमद शेख को गोली मारी थी। ऐजाज अहमद को अस्पताल ले जाया गया था और उनकी मौत हो गई थी। जम्मू-कश्मीर में दोनों हमले तब हुए थे, जब यहां आर्टिकल-370 हटने के बाद पहली बार लोकसभा चुनाव हो रहे थे।
12 अप्रैल को अखनूर एनकाउंटर में JCO शहीद हुए
12 अप्रैल को जम्मू जिले के अखनूर में आतंकवादियों से मुठभेड़ में 9 पंजाब रेजिमेंट के JCO कुलदीप चंद शहीद हो गए थे। अखनूर के केरी बट्टल इलाके में 11 अप्रैल की देर रात एनकाउंटर शुरू हुआ था।
11 अप्रैल को ही किश्तवाड़ जिले के घने जंगलों में एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को मार गिराया था। अधिकारियों ने बताया कि मारे गए तीनों आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के हैं। इनमें टॉप कमांडर सैफुल्लाह भी शामिल है।
इससे पहले 4 और 5 अप्रैल की दरमियानी रात जम्मू में LoC पर आरएस पुरा सेक्टर पर BSF के जवानों ने एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया था। वहीं, 1 अप्रैल को LoC पर सेना के एनकाउंटर में 4-5 पाकिस्तानी घुसपैठियों को मारा गया था। घटना पुंछ में LoC पर कृष्णा घाटी सेक्टर के फॉरवर्ड एरिया में हुई थी।
कठुआ में एक महीने 3 एनकाउंटर
कठुआ में एक महीने के भीतर सुरक्षाबलों की आतंकियों तीन मुठभेड़ हुई हैं। पहली मुठभेड़ 23 मार्च को हीरानगर सेक्टर में हुई थी। सुरक्षाबलों को जैश-ए-मोहम्मद के प्रॉक्सी संगठन पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट से जुड़े 5 आतंकवादियों के छिपे होने की खबर मिली थी, लेकिन वे भागने में कामयाब रहे थे।
28 मार्च दूसरी बार मुठभेड़ हुई। जिसमें 2 आतंकी मारे गए थे। इस दौरान स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) के 4 जवान तारिक अहमद, जसवंत सिंह, जगबीर सिंह और बलविंदर सिंह शहीद हुए थे। इनके अलावा DSP धीरज सिंह समेत तीन जवान घायल हुए थे। उनका इलाज जारी है।
31 मार्च की रात कठुआ में पंजतीर्थी मंदिर के पास तीसरी मुठभेड़ हुई। तीन आतंकियों के इलाके में छिपे होने की सूचना मिली। एक आतंकी के मारे जाने की भी बात सामने आई, लेकिन आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई।