भीमताल। धारी तहसील के अंतरगत पड़ने वाले बबियाड़ गांव में अनुसूचित जाति से जुड़ा एक व्यक्ति उच्च जाति के दबंगों से इतना त्रस्त हुआ कि उसने अपने बाप—दादा की जमीन व मकान को छोड़ने का निर्णय लेना पड़ गया। दबंगों ने उसे यहां भी नहीं छोड़ा 17 जून को जब वह अपने परिवार व बकरियों को लेकर नए ठिकाने के लिए पलायन कर रहा था तो गांव के ही एक उच्च जाति के दबंग ने तोक टांडा में अपने परिवार के साथ उसका रास्ता रोक लिया और उसके साथ मारपीट करके उससे चार हजार रुपये भी छीन लिया।
पीड़ित ने जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी को दिए गए पत्र में कहा है कि यदि दबंगों के पर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वह अपने पांच बच्चों व पत्नी के साथ आत्मदाह कर लेगा। पत्र के अनुसार बबियाड़ निवासी प्रकाश चंद्र पुत्र संतोष राम बबियाड़ ने आरोप लगाया है कि वह परिवार पालने के लिए बकरिया पालता है। उसके अनुसार गांव के उच्च जाति के दबंगों ने उसके घर के आसपास की वन पंचायत की ज मीन पर उसकी जमीन के चारों ओर कब्जा कर लिया है जिसकी सूचना उसने वन पंचायत के सरपंच बबियाड़ डुडुली को भी दी थी।
लेकिन सरपंच ने अतिक्रमणकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। अतिक्रमण की वजह से वह अपनी बकरियों को जंगल में चराने को भी नहीं लेजा पाता है। हारकर वह अपने पैतृक घर को छोड़कर कहीं और जाने के लिए विवश हो गया है। 17 जून को जब वह अपने परिवार व बकरियों के साथ घर छोड़कर जा रहा था तो उसके साथ नारायण राणा व उसके परिवार के सदस्यों ने मारपीट करके उसे चार हजार रुपये भी छीन लिए। अब प्रकाश चंद ने परिवार सहित आत्मदाह की धमकी दी है।