किच्छा । केंद्र की भाजपा सरकार पर किसान विरोधी व जनविरोधी होने का आरोप लगाते हुए किच्छा में यूथ कांग्रेस के बैनर तले कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के पुतले को आग के हवाले किया।नगर के हल्द्वानी मार्ग स्थित महाराणा प्रताप चौक पर यूथ कांग्रेस विधानसभा उपाध्यक्ष विक्रम कोरंगा व जिला प्रवक्ता फिरदौस सलमानी के नेतृत्व में तमाम कार्यकर्ता एकत्रित हुए। इस मौके पर युवा नेता बंटी पपनेजा तथा विधानसभा उपाध्यक्ष विक्रम कोरंगा ने कहा कि किसान विरोधी अध्यादेश पारित कर केंद्र सरकार ने किसान विरोधी होने का प्रमाण दिया है और भाजपा का असली चेहरा देश की जनता के सामने आ गया है । उन्होंने कहा कि किसानों के लिए पारित किए गए अध्यादेश से जब देश का किसान खुश नहीं है और लगातार अध्यादेश का विरोध कर रहा है तो ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार के पारित अध्यादेश का कोई औचित्य ही नहीं है । उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण देश में बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है और बढ़ती बेरोजगारी के कारण देश का बेरोजगार युवा अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहा है। जिसके लिए केंद्र की भाजपा सरकार जिम्मेदार है। कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ पंजाब, इंदौर सहित अन्य स्थानों पर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस प्रशासन द्वारा लाठीचार्ज किए जाने की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार दबंगई के बल पर लोकतंत्र की हत्या कर विरोध कर रही जनता की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है । आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए भाजपा सरकार का पुतला दहन किया । इस मौके पर नारायण बिष्ट , अरुण तनेजा, सैम मियां, निशांत शाही, दानिश मलिक,रिजवान अंसारी , शोएब अहमद , वसीम खान , तालिब अंसारी , सावेज अहमद , असगर अहमद , साजिद अहमद , विनोद कुमार , आसिफ अंसारी आदि मौजूद थे ।
दर्जनों कार्यकर्ता, दो —तीन के मुंह पर मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग की भी उड़ी धज्जियां
किच्छा । किच्छा में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बनाए गए नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई । इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नजर नहीं आए और कार्यकर्ताओं के बीच दो गज की दूरी भी देखने को नहीं मिली । प्रदर्शन कर रहे करीब दो दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं में मात्र दो तीन कार्यकर्ताओं ने ही मुंह पर मास्क का का उपयोग किया हुआ था जबकि अन्य कार्यकर्ताओं द्वारा मास्क का उपयोग भी नहीं किया गया । शायद कांग्रेसियों में करोना संक्रमण का डर समाप्त हो गया है । फिलहाल कार्यकर्ताओं द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग तथा अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग करने के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।