अल्मोड़ाः होम्योपैथिक उपचार सस्ता, असरकारक व दुष्प्रभाव रहित-डा. बीना

होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के जनक हैनिमैन की जयंती मनाई
- जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाः होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के जनक फेड्रिक सैमुअल हैनिमैन की 268वीं जयंती समारोह यहां होम्योपैथिक विभाग ने आरसीएच विंग अल्मोड़ा में आयोजित किया। इस मौके पर निःशुल्क चिकित्सा शिविर भी आयोजित हुआ। जिसमें कुल 208 लोगों ने शिविर का लाभ उठाते हुए होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति से अपना उपचार कराया। जयंती कार्यक्रम में होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति की उपयोगिता पर विस्तार से प्रकाश डाला गया।
गत दिवस आयोजित इस जयंती कार्यक्रम का शुभारंभ जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी अल्मोड़ा डॉ. बीना बरगली ने होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के जनक डॉ. हैनीमैन की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया। इस मौके पर उन्होंने बताया कि होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित है तथा इस पद्धति से उपचार काफी सस्ता, असरदार एवं दुष्प्रभाव रहित होता है। डा. बर्गली ने बताया कि होम्योपैथिक दवाएं रोगों से लड़ने के साथ साथ ही हमारे विचारों को भी स्वस्थ बनातीं हैं। उन्होंने कहा कि आम जनमानस को इस पद्धति से उपचार करवा कर लाभ
उठाना चाहिए। कार्यक्रम में होम्योपैथी महकमे के डॉ. प्रसन्न कुमार निगम, डॉ. रंजीत सिंह, डॉ. नवीन पांगती, डॉ. हेमलता गोस्वामी, डॉ. कविता हर्ष, डॉ. जगदीश नारायण वर्मा, विक्रांत डिमरी, विवेक व्यास, अमरीष, श्रवण कोहली, धीरज रमोला, राकेश सिंह बिष्ट, जगेन्द्र प्रसाद एवं खड्ग सिंह बिष्ट आदि कई अन्य लोगों ने डॉ. हैनीमैन की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।