Dehradun News | देहरादून के एक नशा मुक्ति केंद्र में एक युवक की मौत का मामला सामने आया है। यहां नशा मुक्ति केंद्र का स्टाफ युवक के मृत शव को उसके घर के बाहर छोड़कर चला गया। युवक का शव घर के बाद देख परिजन आक्रोशित हो गए और हंगामा शुरू कर दिया।
नशा मुक्ति केंद्र में युवक की मौत, शव को घर के बाहर छोड़ा
मिली जानकारी के मुताबिक, देहरादून जिले के टर्नर रोड गली नंबर 1 निवासी देवानंद के बेटे सिद्धू का नशा छुड़ाने के लिए 22 मार्च को चंद्रबनी स्थित आराध्या फाउंडेशन नाम के नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था।
नशा छुड़ाने भर्ती कराया था, घर आया भाई का शव
मृतक सिद्धार्थ उर्फ सिद्धू की बहन गुंजन ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब 7 बजे वह घर पर सो रहे थे। इसी दौरान अचानक एक कार आई और उनके भाई को घर के बाहर फेंक कर चली गई। वह सिद्धार्थ को कमरे के अंदर ले गए जहां उसकी सांस नहीं चल रही थी। सिद्धार्थ के हाथ तोड़े हुए हैं और पीठ व शरीर के निचले हिस्सों पर चोटों के निशान हैं।
गुंजन ने बताया कि सिद्धार्थ नशा करता था, जिसके कारण उसे नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। Nasha Mukti Kendra वालों ने उनसे पांच हजार रुपये प्रति माह लिया था और छह महीने इलाज करने की बात कही थी। नशामुक्ति केंद्र वाले न तो मिलने देते थे और न ही फोन पर बात करने देते थे। सिद्धार्थ के माता-पिता कि कुछ समय पहले मृत्यु हो चुकी है। वह अपने बड़े भाई और चार बहनों के साथ क्लेमेनटाउन के टर्नर रोड गली नंबर एक में रहता था।
युवक के शरीर पर चोटों के निशान दिख रहे हैं। मृतक के हाथ पांव बुरी तरह से तोड़े हुए हैं। स्वजनों ने मृतक के शव को कमरे में बंद कर हंगामा शुरू कर दिया है। इस दौरान स्थानीय लोग भी वहां एकत्रित हो गए। लोग सड़क जाम करन की जिद पर अड़े हैं। वहीं, मौके पर शव उठाने पहुंची एंबुलेंस को भी लोगों ने लौटा दिया। मौके पर सीओ सदर पंकज गैरोला व पुलिस टीम पहुंच चुकी है। स्वजनों की मांग है कि आरोपितों को यहां पर लाया जाए और डीएम घटना का संज्ञान लेकर नशा मुक्ति केंद्र को बंद करवाएं। पुलिस ने केंद्र के कर्मचारियों से पूछताछ शुरू कर दी है।
इधर एसपी सिटी सरिता दोबाल ने बताया कि, नशा मुक्ति केंद्र में युवक की मौत का मामला सामने आया है। मौके पर पुलिस भेजी गई है। मामले में जांच की जा रही है।
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