सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
आदर्श राजकीय प्राथमिक विद्यालय बागेश्वर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत बाल वाटिका कार्यक्रम का नन्हे मुन्ने बच्चों की रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ शुभारंभ हो चुका है। शैक्षिक गुणवत्ता हासिल करने के लिए इस कार्यक्रम का मंगलवार को जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव ने मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विकासखंड में प्रथम चरण के लिए 175 विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्रों चयनित किए हैं। आंगनबाड़ी केंद्र बाल वाटिका योजना से अच्छादित रहेंगे। बच्चों को राज्य स्तर पर तैयार बाल वाटिका एक, दो और तीन का वितरण किया गया। बच्चों को टिफिन, कलर बाक्स प्रदान किए गए। जिला पंचायत अध्यक्ष ने बाल वाटिका योजना को शिक्षा की गुणवत्ता सुधार के लिए उठा एक साहसिक कदम बताया। अभिभावकों से अपने बच्चों को केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं से लाभान्वित करने का आह्वान किया।
मुख्य शिक्षाधिकारी गजेंद्र सौन ने बाल वाटिका की जानकारी दी। बताया कि प्राथमिक विद्यालयों की छात्र संख्या बढ़ाने में यह योजना अहम साबित होगी। राजकीय जूनियर हाइस्कूल करुली के शिक्षक नरेंद्र गोस्वामी एवं बच्चों को सुलेख के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचार पर प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर शोभा देवी, हेम चंद्र लोहुमी, खंड शिक्षाधिकारी मदन मोहन जोशी, डा. कुंदन सिंह रावत, प्रधानाध्यापक बलवंत कालाकोटी, केदार मेहता, रेनू जोशी, लक्ष्मण मेहता, विनोद कुमार आदि मौजूद थे।
इधर शिक्षक हैं नाराज
बागेश्वर: जहां एक ओर शैक्षिक गुणवत्ता पर जोर दिया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ राजकीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ मांगों के लंबित रहने से खफा है। मंगलवार को संघ के अध्यक्ष रमेश सिंह रावत के नेतृत्व में शिक्षकों ने मुख्य शिक्षाधिकारी गजेंद्र सिंह सौन को ज्ञापन सौंपा और समस्याओं का शीघ्र समाधान करने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। उनकी अनिवार्य स्थानांतरण, विद्यालय आवंटन, विकल्प आदि से संबंधित हैं। ज्ञापन देने वालों में ललित मोहन जोशी, गोपाल प्रसाद, कमला परिहार, हेम चंद्र लोहुमी, रतन सिंह धपोला आदि शामिल रहे।