अल्मोड़ा : भीषण वनाग्नि की चपेट में आया पशु चिकित्सालय, जलकर हुआ खाक

📌 दूर-दूर तक दिखाई दी आग की लपटें Animal hospital in the grip of fierce forest fire, burnt to ashes सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा। जनपद अल्मोड़ा…

Animal hospital in the grip of fierce forest fire, burnt to ashes

📌 दूर-दूर तक दिखाई दी आग की लपटें

Animal hospital in the grip of fierce forest fire, burnt to ashes

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा। जनपद अल्मोड़ा के दन्या क्षेत्र अंतर्गत ग्राम अनोली में स्थित पशु चिकित्सालय वनाग्नि की चपेट में आ गया। देखते ही देखते पूरा भवन जलकर खाक हो गया। भयंकर आग की लपटें काफी दूर तक दिखाई दे रही थीं।

बताया जा रहा है कि गत रविवार शाम से पशु चिकित्सालय के आस-पास के वन क्षेत्र में आग फैल चुकी थी। देखते ही देखते यह आग अस्पताल के पास तक पहुंच गई। देर शाम अचानक पूरा अस्पताल परिसर आग की लपटों में घिर गया। वनाग्नि का भयानक रूप देखकर कोई भी पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। फिर यह पूरा अस्पताल परिसर आग में जलकर स्वाह हो गया।

बताया जा रहा है कि तहसील भनोली के अंतर्गत ध्याड़ी पास के अनोली के जंगल में आग कई रोज से लगी है। ध्याड़ी में एक पशु चिकित्सा केंद्र जंगल के निकट है। जो कि इस अग्नि में जलकर राख हो गया। हालांकि स्थानीय ग्रामीणों ने पास ही लीसे के डिपो को बचा लिया।

ग्रामीणों का कहना है कि रविवार रात को वन विभाग को सूचना दे दी गई थी। इसके बावजूद पशु चिकित्सा केंद्र को नहीं बचाया नहीं जा सका। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि स्टॉफ की कमी के कारण यह पशु चिकित्सा केंद्र पिछले 01 साल से बंद पड़ा है। इस अग्निकांड में कितना नुकसान हुआ है इसका आकलन समाचार लिखे जाने तक नहीं हो पाया था।

10-12 सालों से था बंद, पशुधन प्रसार भवनों की हालत जर्जर

बताना चाहेंगे कि विकास खंड धौलादेवी के ग्राम पंचायत अनोली में बना पशुधन प्रसार केंद्र लगभग 10-12 साल से बंद चल रहा था। कर्मचारियों की कमी के चलते यहां तमाम पशुधन प्रसार भवन जर्जर हालत में ही हैं। कुछ तो पूरी तरह बंजर पड़ चुके हैं। पशुपालकों को तो भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इधर थाना दन्या उपनिरीक्षक नीमा आर्या के अनुसार अग्निकांड से हुए नुकसान का जायजा लिया जा रहा है। विकास खंड धौलादेवी पशु चिकित्सा अधिकारी योगेश अग्रवाल ने बताया भवन में पुराना फर्नीचर सहित लकड़ी व टीन भी जल चुके हैं।

गजब : सड़क से मलबा हटाने में लग गए पूरे दो साल

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *