जिला पंचायत सदस्य की सदस्यता रद्द करने का मामला
- ऐठानी बोले, निर्णय के खिलाफ लेंगे अदालत की शरण
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरः यहां जिला पंचायत सदस्य हरीश ऐठानी की सदस्यता रद्द किए जाने से कांग्रेस आग बबूला है। जहां ऐठानी ने इस कार्यवाही को राजनैतिक साजिश करार दिया और न्यायालय की शरण लेने की बात कही हैं, वहीं दूसरी ओर आक्रोशित कांग्रेसजनों ने प्रदर्शन किया और इसे सरासर हिटलरशाही बताया है।
शुक्रवार को पर्यटन आवास गृह में आयोजित प्रेसवार्ता में जिला पंचायत सदस्य एवं जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष हरीश ऐठानी ने कहा कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है। उन पर लगे सभी आरोप निराधार हैं। उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें जिताया है और अब उनकी छवि खराब करने वालों के खिलाफ न्यायिक प्रक्रिया अपनाई जाएगी। संवैधानिक तरीके से आगे की लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन बिंदुओं पर आरोप लगाए गए हैं, उन कार्यों का वित्त नियंत्रक की अनुमति से भुगतान हुआ है।
उन्होंने कहा कि विशेष निविदा समिति में तय होने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष की संस्तुति होती है, जबकि जिला पंचायत के होटल में सुधार के लिए सबकी सहमति से आवंटन हुआ है। इसके अलावा रातिरकेटी में शिक्षक नियुक्ति मामले का आरोप भी निराधार हैं। ऐठानी ने खड़िया और अन्य माल वाहक ट्रकों के वजन तोलने के लिए खुले धर्मकांटे से जिला पंचायत की आय में बढ़ोत्तरी हुई, हालांकि अब उसे बंद कर दिया गया है। उनके खिलाफ सिर्फ राजनैतिक जांच की गई है। अपने उपर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के फैसले के खिलाफ व न्यायालय में जाएंगे।
गुस्साई कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
बागेश्वरः कांग्रेस समर्थित जिला पंचायत सदस्य हरीश ऐठानी की सदस्यता रद्द करने के आदेश की कांग्रेस ने कड़े शब्दों में निंदा की है और इसके खिलाफ प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जिस सदस्य को जनता ने चुनकर सदन भेजा, उसे साजिश के तहत हटाना हिटलरशाही के अलावा कुछ नहीं है और कांग्रेस हिटलरशाही सहन नहीं करेगी। पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि इससे पहले उत्तरकाशी व चमोली में इस तरह के मामले सामने आए। न्यायालय से मामले में उन्हें जीत मिली।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस व्यक्ति विशेष के आधार पर इसे विपक्ष के तौर पर मुद्दा बनाएगी और लोकतंत्र की हत्या करने वाली सरकार के विरुद्ध प्रदेश स्तर पर इसके खिलाफ आंदोलन चलाया जाएगा। इस मौके पर जिलाध्यक्ष भगवत डसीला, पूर्व अध्यक्ष लोकमणि पाठक, गोपा धपोला, पूजा आर्या, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, रंजीत दास, वंदना ऐठानी, लक्ष्मी धर्मशक्तू समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।