सीएनई रिपोर्टर, धौलछीना (अल्मोड़ा)
यूं तो समय—समय पर बदइंतजामी के अनेकानेक नमूने उजागर होते रहे हैं। अब ऐसा आश्चर्यजनक नमूना प्रकाश में आया है, जो बदइंतजामी को साफ—साफ उजागर करता है। एक बड़ी आबादी का खराब पड़ा एटीएम को बदलने में इस हाइटेक जमाने में 4 साल 21 दिन लग गए। है ना आश्चर्यजनक नमूना। यह बात तब ज्यादा सोचनीय हो जाती है, जब एटीएम नामी बैंक का हो
यहां बात हो रही है जिला मुख्यालय के निकटवर्ती एवं भैसियाछाना ब्लाक अंतर्गत ग्रामीण कस्बे धौलछीना की। जहां सालों पहले धौलछीना कस्बे समेत आसपास के तमाम बैंक ग्राहकों की सुविधा के लिए भारतीय स्टेट बैंक की धौलछीना शाखा ने एक एटीमए स्थापित किया। मुख्य सड़क होने से कई बार यात्रियों को भी इससे सुविधा मिल रही थी। लेकिन 26 अगस्त 2016 को अराजक तत्वों ने इसे तोड़कर चोरी का असफल प्रयास किया था। मगर एटीएम को काफी क्षति पहुंची और तब ये यह खराब ही पड़ा था। लोग तब से क्षेत्र में एटीएम सुविधा के लिए तरस गए। व्यापार मंडल धौलछीना समेत क्षेत्र के लोग कब से इसे दुरस्त करने की मांग उठाते आ रहे थे, लेकिन हर बार अनसुनी। गुस्साए व्यापार मंडल व प्रधान संगठन भैसियाछाना ने 29 जून 2020 को एटीएम ठीक करने की मांग को लेकर बैंक शाखा में तालाबंदी भी की। तीन माह के अंदर एटीएम ठीक करने का आश्वासन मिला, तो लोग मान गए। तब से इंतजार चल रहा था। आखिरकार 4 साल 21 दिन बाद गत गुरुवार को वह दिन आ सका, जब खराब एटीएम की जगह नया एटीएम लग सका। यह एटीएम सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद एक सप्ताह से सुचारू रूप से कार्य करने लगेगा। इससे लोगों ने बड़ी राहत की सांस ली है। इसके साथ ही 3 महीने से खराब पड़ा बैंक का पासबुक प्रिंटर भी नया स्थापित कर दिया गया है। अब कब से हो रही असुविधा दूर हो जाएगी और प्रिंटर के बिना अटके काम निबटेंगे। करीब 700 से अधिक ग्राहकों के पासबुक का इंतजार खत्म होगा। यहां उल्लेखनीय है कि हाल में इस समस्या को सीएनई ने भी प्रमुखता से उजागर कर बैंक प्रबंधन को जगाने का कार्य किया था।
हद के हाल : अल्मोड़ा जिले में एक एटीएम को बदलने में लगे 4 साल 21 दिन
सीएनई रिपोर्टर, धौलछीना (अल्मोड़ा)यूं तो समय—समय पर बदइंतजामी के अनेकानेक नमूने उजागर होते रहे हैं। अब ऐसा आश्चर्यजनक नमूना प्रकाश में आया है, जो बदइंतजामी…