सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
पर्वतीय सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता कल्याण समिति के बाड़ेछीना गोदाम के पदाधिकारियों ने ग्रामीण क्षेत्रों के औचक निरीक्षण के दौरान मनीआगर में हड़ताल के बावजूद गोदाम से पिकअप में भरकर राशन का उठान करने पर एक गल्ला विक्रेता पर 5100 रूपये का जुर्माना लगाया है। साथ ही उसे भविष्य में ऐसा नही करने की सख्त हिदायत दी है।
उल्लेखनीय है कि संपूर्ण कुमाऊं जनपद में अपनी लंबित मांगों को लेकर समस्त सस्ता गल्ला विक्रेता प्रांतीय कार्यकारिणी के निर्देश पर हड़ताल पर हैं। इस दौरान संगठन ने सख्त आदेश दिया है कि कोई भी राशन विक्रेता हड़ताल अवधि में न तो राशन का वितरण करेगा न ही गोदाम से उठायेगा। इसके बावजूद कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में आदेशों की अवहेलना किये जाने की शिकायत मिलने पर औचक निरीक्षण शुरू किया गया।
आज शुक्रवार को बाड़ेछीना गोदाम के अध्यक्ष प्रकाश भट्ट, महामंत्री पंकज कुमार पांडे सहित अन्य पदाधिकारी हड़ताल का मुआयना करने के लिए निकले। शेराघाट से लौटते वक्त टीम को एक पिकअप आता दिखाई दिया। जिसे टीम ने जब रोका तो पता चला कि यह मनीआगर के दीवान सिंह द्वारा गोदाम से माल उठाया गया है। इनके द्वारा हड़ताल के आदेशों का उल्लंघन किया गया है।
पदाधिकारियों ने बताया कि मनीआगर में सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता दीवान सिंह द्वारा गोदाम से पिकअप में राशन भरकर ले जाया जा रहा था। उसके द्वारा हड़ताल के नियमों का उल्लंघन किया गया है। जिस कारण समिति की ओर से उस पर 5100 रूपये का जुर्माना लगाया गया। पदाधिकारियों ने सभी विक्रेताओं से अपील करी कि वह हड़ताल के दौरान समिति को पूर्ण सहयोग प्रदान करें।
निरीक्षण टीम में अध्यक्ष प्रकाश भट्ट व महामंत्री पंकज कुमार पांडे के अलावा किसन राम, महेंद्र सिंह, बलवंत सिंह आदि शामिल थे। इधर संगठन के प्रदेश संयोजक अभय साह ने सभी गल्ला विक्रेताओं से निवेदन किया कि कोई भी गल्ला विक्रेता हड़ताल अवधि में माल नही उठाये। चूंकि यह लड़ाई सिर्फ उन छोटे दुकानदारों के लिए ही है, जिनके पास 22 से लेकर 250 कार्ड हैं।