भारतीय फैशन : लिपस्टिक से सुंदरता

शहनाज़ हुसैन लिपस्टिक भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग मानी जाती है। लिपस्टिक आपकी सुंदरता को निखारने का सबसे सस्ता तथा सबसे आसान तरीका माना जाता…

शहनाज़ हुसैन

लिपस्टिक भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग मानी जाती है। लिपस्टिक आपकी सुंदरता को निखारने का सबसे सस्ता तथा सबसे आसान तरीका माना जाता है।

हालाँकि लिपस्टिक को होठों पर लगाकर छोड़ देने की ही रिवायत है, लेकिन वास्तव में लिपस्टिक के सही उपयोग के लिए सुक्षमता से हर पहलु को जाँचना पड़ता है। यह आम धारणा है कि लिपस्टिक लगाने वाली महिलाओं की कार्यकुशलता तथा आत्म-विश्वास ज्यादा होता है। हालांकि लिपस्टिक के सौंदर्य प्रसाधनों में सबसे बाद में उपयोग में लाया जाता है लेकिन फिर भी लिपस्टिक लगाने के तरीके का सौंदर्य पर व्यापक असर होता है। लिपस्टिक को सही शेड के इस्तेमाल से आपके सौंदर्य को चार-चाँद लग जाते हैं। लिपस्टिक आपके चेहरे के सम्मोहन को तेजी से बढ़ा सकती है तथा आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक निखार लाती है। हालांकि लिपस्टिक का उपयोग अत्यंत आसान समझा जाता है लेकिन फिर भी महिलाएँ अनेक गलतियां कर बैठती हैं।


अगर हम मूल तत्वों से शुरूआत करें तो हमारे होठों को त्वचा की परत सबसे पतली मानी जाती है तथा इसमें तैलीय ग्रन्थियाँ विद्यमान नहीं होती जिसकी वजह से होंठ नमी को बरकरार नहीं रख सकते जो कि फटे होठों की मुख्य वजह मानी जाती है। होठों की नमी को बरकरार रखने के लिए सक्रब, लिपवास का उपयोग कीजिए जिससे आपके होंठ मुलायम बने रहेंगे। आप होठों की उपरी परत हटाने के लिए बेबी टूथब्रश का सहारा भी ले सकती हैं। होठों की बाहरी चमड़ी को अहिस्ता-अहिस्ता हटा देने से होंठ फटने से बचते हैं तथा होंठ शुष्क नहीं होते।

फटे तथा शुष्क होठों पर लिपस्टिक का उपयोग कठिन हो जाता है/ होठों की चमड़ी की बाहरी परत हटाने से मृत कोशिकाएँ हट जाती है जिससे होंठ मुलायम हो जाते हैं। एक साधारण लिपवास को नियमित नमी प्रदान करके इनमें ताजगी ला सकता है तथा क्वालिटी स्क्रब से माध्यम से आप होठों में रक्त का सामान्य बहाव सुनिश्चित कर सकते हैं। प्रतिदिन सोने से पहले कलीजिंग जैल की मदद से होठों से लिपस्टिक को जरूर हटायें तथा होठों पर लिपबॉम, बिशुद्ध बादाम तेल या बादाम क्रीम से मलिश कीजिए तथा रात्रि भर होठों में खुला छोड़िए।


सही रंग की लिपस्टिक का चयन अत्यन्त महत्वपूर्ण होता है तथा किसी भी लिपस्टिक को खरीदने से पहले उसे हाथों-हाथों पर लगाकर उसकी रंगत की पहचान कर लीजिए। लिपस्टिक खरीदते समय कभी भी लिपस्टिक की गुणवत्ता पर समझौता न करें। यह ध्यान में रखें कि सभी सौंदर्य प्रसाधनों की शैल्फ लाईफ होती है तथा आप एक्सपाईरी डेट जरूर देख लें। अगर लिपस्टिक ज्यादा चिकनी हो गई हो तो इसका अर्थ यह है कि इसमें से तेल सूख गए हैं तथा इसका प्रयोग तत्काल बन्द कर दें। लिपस्टिक के फोटो सैंसटिव रिएक्शन से त्वचा में खाज, खुजली यां वदरंगापना आ जाता है तथा कई बार लिपस्टिक में प्रयोग किए गए प्रफयूम की वजह से भी होठों पर खुजली याँ एलर्जी आ जाती है, जिसकी वजह से होंठ शुष्क हो जाते हैं।

अगर आपके होंठ शुष्क हो तो लिपस्टिक का प्रयोग बंद कर दें अन्यथा होठों पर खुशकी बढ़ती ही जाएगी। होठों पर लिपस्टिक लगाते ही यह तत्काल सैट हो जानी चाहिए तथा इसके लिए आप टिशू पेपर का सहारा भी ले सकती हैं ताकि बाद में लिपस्टिक गलास या कप्प पर धब्बे ना छोड़े।
हम सबसे ज्यादा गलती होठों की शेप या साईज को ध्यान में न रखकर गलत लिपस्टिक प्रयोग करना सामान्य रूप से पाया जाता है। उदाहरण के लिए अगर आपके होठ पतले है तो गहरे रंग की लिपस्टिक लगाने से वह और ज्यादा पतले नजर आयेंगे। पतले होठों पर हल्के रंग को लिपस्टिक या लिप गलास उन्हें ज्यादा आकर्षक बनाऐगें। होठों पर जरूरत से ज्यादा ‘‘ग्लाॅस‘‘ लगाने की कतई जरूरत नहीं होती बल्कि होठों के माध्यम से हल्की ‘‘ग्लॅास‘‘ लगाने से आपके होठ सुंदर और आकर्षक लग सकते हैं। जिनके होठ पीले रंग के होते हैं उन्हें गहरे रंग के शेड के लिपस्टिक से परहेज करना चाहिए। साँवली त्वचा के होठों पर ही गहरे रंग के शेड आकर्षक जमेंगे।


ज्यादातर महिलाएँ लिपस्टिक को प्राकृतिक लिप लाईन से बाहर लगा लेती हैं ताकि होंठ पतले दिखें लेकिन आजकल इनकी जरूरत नहीं है क्योंकि आज आप आर्कषक होठों के लिए ‘‘पलमपरस‘‘ का उपयोग कर सकती हैं। ‘‘पलमपरस‘‘ में कपूर या पुदीना सत्त का प्रयोग किया जाता है जिसके लगाने से होठ में हल्की सी फुलावट दिखनी शुरू हो जाती है। लिपस्टिक लगाने से पहले ‘‘पलमपरस‘‘ को होठों पर लगाने से होठ आकर्षक दिखाई देते हैं। लिपस्टिक को पहले होठों के मध्य लगाना चाहिए तथा इसके बाद अहिस्ता से दोनों कोनों में घुमाना चाहिए। ज्यादातर महिलाओं के लिपस्टिक लगाते समय दाँतों पर लिपस्टिक लग जाती है जिससे बचना चाहिए। ज्यादातर लिपस्टिक में एस.पी.एफ. विद्यमान होता है जोकि होठों की सूर्य की किरणों से बचाव करता है। होठों की सीमा तय करने के लिए लिपस्टिक शेड की ही लिप पेन्सिल का प्रयोग किया जाना चाहिए। कुछ सौन्दर्य विशेषज्ञों का मानना है कि पूरे होठों को लिप-पैन्सिल से कलर करने से अगर लिपस्टिक फैल भी जाती है तो भी होठों पर लिपस्टिक का ‘‘कलर‘‘ बना रहेगा।होठों के आकर्षण के लिए हल्के तथा प्राकृतिक रंगों का उपयोग करना चाहिए। ज्यादा गहरे या चमकीले कलर लगाने से परहेज करना चाहिए। लिपस्टिक की रंगत चुनते समय अपनी त्वचा की रंगत को जरूर ध्यान में रखें यदि आपकी त्वचा की रंगत में पीलापन है तो नारंगी रंग की लिपस्टिक से परहेज करें।

साँवली त्वचा में पीले रंग की लिपस्टिक से परहेज करें। अगर आप शादी, वर्षगाँठ या जन्मदिन जैसे आकर्षक रौशनी से भरी पार्टी में जा रही हैं तो चमकीले तथा भावुक रंगों का इस्तेमाल कीजिए। गर्मियों में सामान्य त्वचा के लिए हल्के बेजान रंग बेहतर हो सकते हैं लेकिन साँवली रंगत के लिए चमकीले रंग बेहतर होंगे। गर्मियों में आप गहरे पीले रंगों का प्रयोग भी कर सकती हैं। रात्रि को को होठों से लिपस्टिक हटाना कतई ना भूलें। लिपस्टिक के बचे रंग होठों को सूखा कर सकते हैं।

लेखिका अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौंदर्य विशेषज्ञ है तथा हर्बल क्वीन के रूप में लोकप्रिय है।


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