सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
इंटरनेट युग में साइबर ठग लोगों से पैसे ठगने के नाम पर नए—नए तरीके अखितयार कर रहे हैं। कभी एटीएम लॉक करने पर फोन कर रहे हैं। तो कभी ऑनलाइन लॉटरी के नाम पर ठगी कर रहे हैं। साइबर क्राइम का फोन-पे पर लाटरी लगने और कौन बनेगा करोड़पति से 35 लाख रुपये जीतने के कॉल व्यापारियों और अन्य लोगों को परेशान कर रहे हैं। उन्हें तमाम अलग-अलग नंबरों से फोन आ रहे हैं। भले ही अब लोग काफी जागरूक हो गए हैं और कॉल करने वालों को घंटों उलझाने लगे हैं। लेकिन फिर भी साइबर क्राइम जैसी बातों से अंजान कई लोग लुभावने प्रलोभन के लालच में फंस रहे हैं।
ऐसा ही एक वाकया यहां हुआ है। नगर के व्यापारी बबलू जोशी को एक कॉल आती है और एक वीडियो रिकॉडिंग भी उनके इंटरनेट मीडिया के वाहट्एप ग्रुप पर भेजी जाती है। जिसमें फोन पे पर उनकी लाटरी लगने की बात की जाती है। कहा जाता है कि वह 4,999 रुपये जीते हैं। फोन पे में जाकर उसे अपने खाते में डाल सकते हैं। हालांकि वह ऐसा करने से बच गए और उन्होंने फोन करने वाले से करीब बीस मिनट तक बातें की और उसे मजबूरन फोन काटना पड़ा। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को ऐसे साइबर ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
दूसरी घटना पवन जोशी के साथ हुई। उन्हें भी 35 लाख रुपये की लाटरी लगने की कॉल आई। कौन बनेगा करोड़पति का जिक्र फोन पर किया गया। वह काफी खुश हो गए और उन्होंने जानकारों तक यह बात पहुंचाई। उन्हें पता चला कि यह ठगी है। कई लोग साइबर क्राइम को लेकर इतने जागरूक नहीं हैं। वह लगातार ऐसे लोगों को झांसे में फंस रहे हैं।
इधर, एसपी अमित श्रीवास्वत ने कहा कि साइबर क्राइम करने वालों पर पुलिस की नजर है। लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। वह किसी भी कॉल, लिंक आदि में जाकर अपनी जानकारी नहीं दें। बैंक खाता, एटीएम नंबर आदि भी किसी भी अज्ञात को नहीं बताएं और ओटीपी को लेकर सावधानी बरतें। उन्होंने कहा कि ऐसे ठगों की सूचना तत्काल पुलिस साइबर टीम को दें।