लालकुआं समाचार | क्षेत्र में वनों के तेजी से होते कटाव के कारण जंगली जानवर अब खाना पानी की तलाश में सड़कों और आबादी क्षेत्रों में आने को विवश हो गए है। जिस कारण अब क्षेत्र में जंगली हाथियों की चहल कदमी तथा उनके आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है।
वहीं हाथियों का झुंड अचानक कभी भी और कहीं से भी निकल आने से ग्रामीणों में हर दम डर का माहौल बना रहता है। जिस कारण वह रात को अपने घरों के बाहर निकलने से भी परेज करते हैं। यहां बिन्दुखत्ता क्षेत्र में आए दिन हाथियों की चहल कदमी देखने को मिलती है वही इन दिनों हाथियों ने क्षेत्र में जमकर उत्पाद मचा रखा है।
बताते चले कि, मंगलवार रात दवाई फार्म स्थित राजीव नगर बिंदुखत्ता निवासी नरेन्द्र सिंह परिहार, आन सिंह परिहार, राजेन्द्र सिंह दानू और लक्ष्मण सिंह परिहार के खेत में हाथियों ने धान की फसल को नुकसान पहुंचा दिया। जिससे सभी किसान बेहद ही परेशान है और इसका एक कारण उन्होंने वन विभाग द्वारा रात्रि में गस्त नहीं करना बताया है। जिस कारण लगातार हाथी गांव की ओर आ रहे है तथा किसानों की फसलों को नष्ट कर नुकसान पहुंचा रहे है।
इधर पीड़ित किसान नरेन्द्र सिंह परिहार ने बताया की जंगली हाथियों का एक झुंड़ रात के अंधेरे में उनके खेत साथ ही उनके पड़ोसी में रहने वाले राजेन्द्र सिंह दानू और लक्ष्मण सिंह परिहार के खेत में घुस गया, इस दौरान हाथियों ने जमकर उत्पात मचाकर उनकी धान की फसल को नष्ट कर दिया।
उन्होंने कहा कि इन दिनों क्षेत्र में जंगली हाथियों का आतंक बहुत बड़ गया है तथा जंगली हाथियों ने बिन्दुखत्ता के विभिन्न स्थानों पर आतंक मचाने की खबरे आये दिन मिलती रहेती है। उन्होंने कहा कि बिन्दुखत्ता में हाथियों का दिखना अब एक आम सी बात हो गई है, पिछले काफी समय से हाथी क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों पर देखे जा चुके हैं तथा किसानों के खेतों में घुसकर फसलों को हानि पहुंचा रहे हैं। इसी बीच कल मंगलवार रात्रि को जंगली हाथियों के एक झुंड ने क्षेत्र के कई किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है जिससे क्षेत्र के ग्रामीणों में खौफ व चिंता बनी हुई है उन्होंने वन विभाग से मुआवजे की मांग की है।