कालाढूंगी। मंगलवार की रात को गोशाला में घुसकर गुलदारों ने लगभग 4 दर्जन बकरियों को अपना निवाला बना लिया। वहीं 18 बकरियां को घायल कर दिया। जिससे किसान सदमे में है। जानकारी के अनुसार रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत कालाढूंगी रेज की बोर बिट के जलाल गांव में बीती रात्रि एक विकलांग पशु पालक किसान पर कहर बन कर टूटी। सुबह
घर के पास बनी गौशाला में 47 बकरियां मृत मिलीं। जबकि 18 बकरियों के गले व अन्य हिस्सों पर घाव के निशान देखे गये हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले दो-तीन दिनों से गांव के पास गुलदारों की गुर्राहट सुनाई दे रही थी। माना जा रहा है कि गुलदारों ने ही बकरियां मारी हों। जिस तरह इतनी बड़ी संख्या में बकरियां मारी गई हैं, उससे संभावना व्यक्त की जा रही है कि गुलदार भी संख्या में अधिक होंगे। इस घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है, जबकि बकरियां बेचकर ही जीवन यापन करने वाले पीड़ित परिवार को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। उसकी आजीविका का साधन ही उजड़ गया है वही इस सम्बंद में रेंज अधिकारी अमित गवास्कोटि ने बताया कि गांव निवासी करीब 65 वर्षीय बची सिंह फालिज ग्रस्त हैं। उन्होंने परिवार की आजीविका चलाने के लिए घर से करीब 20 मीटर दूर गौशाला बनाकर करीब 90 बकरियां पाली हुई थीं। बुधवार की सुबह जब परिवार के लोग बकरियों को देखने गये तो वहां करीब 47 बकरियां मृत एवं अन्य 18 बकरिया घायल मिली जिसकी सूचना प्राप्त होते ही हमने टीम के साथ मौके पर पहुच कर घटना की जानकारी ली । वहीं उन्होंने कहा कि किसान को 3 हज़ार रुपए के हिसाब से मृतुय बकरियो का मुवाबजा दिया जाएगा वही घायल बकरियो का उपचार कराया गया है । गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगया जाएगा । इस दौरान वन रक्षक पान सिंह सहित अन्य वन कर्मी मौजूद थे ।