📌 द डंकी सैन्चुरी यूनाईटेड किंगडम व संजीवनी विकास एवं जन कल्याण समित, रानीखेत का संयुक्त आयोजन
विश्व डंकी दिवस 2023 (World Donkey Day 2023) यहां विकासखंड स्याल्दे के सामुदायिक भवन में द डंकी सैन्चुरी यूनाईटेड किंगडम व संजीवनी विकास एवं जन कल्याण समित, रानीखेत के संयुक्त तत्वाधान में मनाया गया। इस कार्यक्रम में 50 से अधिक अश्व पालकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि खंड विकास अधिकारी केएस बिष्ट, वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ. डीएस मर्तोलिया, ब्लॉक मिशन मैनेजर (एनआरएलएम) नवीन चंद्र कांडपाल, व्यापार संघ अध्यक्ष दर्शन जोशी, संजीवनी संस्था से दिनेश चंद्र सिंह द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम का प्रारम्भ संजीवनी संस्था के पूरन सिंह द्वारा किया गया। जिसमें सभी उपस्थित मंचासीन अतिथियों तथा सभी अश्वपालकों का स्वागत किया गया। उसके बाद सभी उपस्थित लोगों को कार्यक्रम की जानकारी दी गई। सभी उपस्थित अतिथियों को संस्था द्वारा पूर्व में COVID-19 के दौरान CERF परियोजना एवं उसके दौरान अश्व पालकों को दिये गये लाभों के बारे में बताया गया। जैस अश्व पालकों को राशन वितरण, अश्वों का बीमा व अजोला घास की खेती करना आदि।
इसके बाद इस परियोजना के परियोजना प्रबंधक नीरज बिष्ट द्वारा द डंकी सैन्चुरी एवं “विश्व डंकी दिवस” (World Donkey Day 2023) के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही इस वर्ष के विषय के तहत अश्ववंश और मनुष्यों के लिए पानी की उपलब्धता के साथ अश्ववंश के कल्याण के संबंध में जागरूकता के ऊपर जानकारी प्रदान करी गई।
कार्यक्रम में वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ. डीएस मर्तोलिया द्वारा अश्व पालकों से सीधा संवाद किया गया तथा उनकी समस्याओं का उत्तर दिया गया। संवाद के दौरान अश्व पालकों द्वारा अपनी-अपनी समस्याओं से अवगत कराया। जैसे अश्वों की देख-रेख, उनके स्वास्थ बीमा आदि के बारे में बताया गया। डॉ. मर्तोलिया द्वारा सभी की समस्याओं के ध्यान पूर्वक सुना गया। उसके बाद सभी का उत्तर एक-एक कर दिया गया। डॉ. मर्तोलिया द्वारा अश्व पालकों को हर सम्भव सहायता का भरोसा दिया गया।
खंड विकास अधिकारी केएस बिष्ट द्वारा द डंकी सैन्चुरी यूनाईटेड किंगडम व संजीवनी संस्था को इस कार्यक्रम को संचालित करने के लिए ढेर सारा धन्यवाद दिया। भविष्य में जो भी विभागीय स्तर पर मदद होगी उसका आश्वासन दिलाया गया। साथ ही विकास खंड स्तर पर शुरू होने वाले single use plastic के निस्तारण हेतु चलाई जाने वाली मुहिम में सभी अश्वपालकों से जुड़ने को कहा गया। चूंकि अगर अश्व इनका सेवन कर लें तो इसका सीधा असर अश्वों के स्वास्थ्य पर पड़ता है। जो कि एक बेहद ही चिंताजनक बात है।
कार्यक्रम में संजीवनी संस्था के हेम चंद्र सिंह, चंदन सिंह व तारी राम द्वारा आयोजन को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान किया गया। कार्यक्रम के अंत में परियोजना प्रबंधक नीरज बिष्ट द्वारा सभी उपस्थित अतिथियों तथा सभी अश्व पालाकों का कार्यक्रम में प्रतिभाग करने के लिए धन्यवाद किया गया। सभी अश्व पालकों को उनके अश्वों के लिए पोषण किट मल्टी मिनेरल्स-मल्टी बीटामीन वितरित किए गये।