हल्द्वानी। स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर सुशीला तिवारी चिकित्सालय के इंटर्न डाक्टरों ने सोमवार से पूर्ण कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर कॉलेज के प्रशासनिक भवन के आगे बैठक कर नारेबाजी कर धरना प्रदर्शन किया। इस बीच कॉलेज के प्राचार्य डा. सीपी भैसोड़ा ने मौके पर पहुंचकर इंटर्न डाक्टरों से कार्य बहिष्कार समाप्त करने को कहा लेकिन वह अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे। जिसके बाद प्राचार्य ने दो टूक कहा कि आप कैंपस को खाली कर दें अन्यथा कार्यवाही होगी। जिसके बाद एसटीएन के इंटर्न डाक्टर्स पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार पर गये हैं।
अपनी मांगों को लेकर विगत चार दिनों से 50 प्रतिशत डॉक्टर्स कार्य बहिष्कार कर विरोध जता रहे थे। कोई सुनवाई न होने पर अन्त में समस्त इंटर्न डाक्टरों ने पूर्ण कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। उन्होंन कॉलेज के प्रशासनिक भवन के बाहर धरना दिया। हालांकि कोविड ड्यूटी में लगे 17 इंटर्न डाक्टर अभी हड़ताल में शामिल नहीं हुए हैं।
Corona Update : उत्तराखंड में तीन हजार से कम एक्टिव केस, आज मिले 163 नए मामले, 8 मरीजों की मौत
इंटर्न डाक्टरों का कहना था कि डाक्टरों को काम करते हुए दो माह हो गए हैं। कोविए ड्यूटी में भी जुटे रहे। उन्हें कोविड ड्यूटी के समय 60 हजार रुपये मासिक मानदेय दिए जाने का भी आश्वासन दिया गया था। कहा कि हमारी मांग है कि हमें अन्य राज्यों की तरह 23500 रुपये मानदेय दिया जाए। इसकी लिए हम प्राचार्य के माध्यम से कई बार जापन दे चुके हैं। लेकिन किसी ने हमारी बात सुनी नहीं और मजबूरन हमें कार्य बहिष्कार करने को मजबूर होना पड़ा है। इस बीच कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा डाक्टरों को समझाने के पहुंचे लेकिन डॉक्टर अपनी मांगों लेकर अड़े रहे।
नैनीताल : मंडलायुक्त ने अधिकारियों को जारी किये मानसून सीजन में मुख्यालय नही छोड़ने के सख्त आदेश
Breaking : परिवार सहित नैनीताल घूमने आये पूर्व आईएएस अधिकारी का आकस्मिक निधन, हार्ट अटैक की सम्भावना
ताजा समाचार के लिए WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈