नैनीतालः जब जानमाल की सुरक्षा मांगी थी, तो गंभीरता से क्यों नहीं लिया !

✒️ जगदीश चंद्र हत्याकांड का अनुसूचित जाति आयोग ने लिया संज्ञान, मांगी आख्या
✒️ आयोग के उपाध्यक्ष राज्यमंत्री स्तर ने कुमायूं आयुक्त को लिखा पत्र
सीएनई रिपोर्टर, नैनीताल
अल्मोड़ा जनपद के भिकियासैण क्षेत्र में अनुसूचित जाति के व्यक्ति जगदीश चंद्र की हत्या के मामले का उत्तराखंड अनुसूचित जाति आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग के उपाध्यक्ष राज्यमंत्री स्तर पीसी गोरखा ने कुमायूं आयुक्त को पत्र लिखकर 15 दिन में आख्या आयोग को उपलब्ध कराने को कहा है। आयुक्त को लिखे पत्र में उपाध्यक्ष ने साफ कहा है कि जब कुछ दिनों पहले ही जगदीश चंद्र से विधिवत शादी कर चुकी युवती गुड्डी ने एसएसपी व जिला प्रशासन अल्मोड़ा को पत्र लिखकर किसी अप्रिय घटना की आशंका जताते हुए जानमाल के सुरक्षा की मांग की थी, तो जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने इसे गंभीरता से क्यों नहीं लिया।
उत्तराखंड अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष राज्यमंत्री स्तर पीसी गोरखा ने कुमायूं आयुक्त को लिखे पत्र में अल्मोड़ा जनपद के भिकियासैण क्षेत्र में अनुसूचित जाति के व्यक्ति जगदीश चंद्र की हत्या के प्रकरण का उल्लेख करते हुए कहा है कि जगदीश चंद्र व युवती गुड्डी देवी ने गोलू देवता मंदिर गैराड में विधि विधान से शादी कर ली थी, किन्तु किसी अदृश्य अप्रिय घटना को लेकर वह युवती चिन्तित थी और उसने 27 अगस्त 2022 को अल्मोडा एसएसपी को पत्र देकर जान माल की सुरक्षा की मांग की थी। परन्तु समय पर इस प्रकरण को अल्मोडा ज़िला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन ने गम्भीरता से नहीं लिया गया। परिणाम स्वरूप इतनी बड़ी घटना घटित हो गयी। पत्र में यह भी कहा है कि पुलिस/जिला प्रशासन समय रहते इस घटना को रोक सकता था। उन्होंने पूरे प्रकरण की जांच करते हुए दोषियों के विरूद्ध समुचित आवश्यक कार्यवाही करने की जरूरत बताई है और पुलिस व जिला प्रशासन के जो भी ज़िम्मेदार अधिकारी इस घटना में लापरवाह/दोषी साबित होते हैं, इसकी जानकारी के साथ सम्पूर्ण आख्या 15 दिनों के भीतर आयोग में उपलब्ध कराई जाए।
