सीएनई डेस्क। आज देश भर में कुछ लोग जातिगत वैमनस्य फैलाने की साजिश रच रहे हैं। जिसका उद्देश्य सिर्फ इतना है कि समाज के एक वर्ग को शोषित—पीड़ित बताकर पहले उन्हें मानसिक रूप से कमजोर करें। उसके बाद मदद के नाम पर उनकी भावनाओं को भड़का खुद नेता बन मौज लें। या फिर अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए भड़काने वाले काम करें। ऐसा ही कुछ यूपी के आगरा में हुआ है। जिसे पढ़ और समझकर कुछ लोगों की क्रिमिनोलॉजी आप समझ जायेंगे, कि किस तरह देश में जातिगत नफरत फैलाने की साजिश रची जा रही है। मामला यहां बाबा साहेब अंबेडकर और महात्मा बुद्ध के अपमान से जुड़ा था। जिसको लेकर आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता, भीम आर्मी आदि के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया था। पुलिस की वर्दी तक फाड़ डाली थी। जब मामले का खुलासा हुआ तो हर कोई चौंक गया।

दरअसल, उत्तर प्रदेश के आगरा में कुछ दिन पूर्व भगवान बुद्ध और बाबा साहब अंबेडकर का अपमान हो गया। जिसका कारण यह था कि अंबेडकर व बुद्ध के चित्रों वाली टाइल्स एक नर्सिंग होम के फ्लोर पर लगा दी गई थी। ताकि लोग उस पर चलकर जायें और महान विभूतियों का अपमान हो। लोगों का गुस्सा तो लाजमी ही था और हुआ भी ऐसा ही।
ज्ञात रहे कि यह पूरा प्रकरण आगरा में हरिपर्वत थाना क्षेत्र के देहली गेट स्थित सरकार नर्सिंग होम का है। यहां एक नर्सिंग होम में शुक्रवार को बाबा साहब अंबेडकर और भगवान बुद्ध की तस्वीरों वाली फ्लोर टाइल्स को लेकर हंगामा हुआ। बाबा साहब और भगवान बुद्ध की फोटो वाली फ्लोर टाइल्स लगाने को लेकर नर्सिंग होम के चौकीदार राकेश ने आजाद समाज पार्टी के मंडल प्रभारी अनिल कर्दम को जानकारी दी थी। इस पर बसपा और भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने नर्सिंग होम पर जमकर हंगामा किया। कार्यकर्ताओं ने इसे बाबा साहब और भगवान बुद्ध का अपमान बताया।
भीम आर्मी व बसपा कार्यकर्ताओं का फुल हंगामा
नर्सिंग होम में हंगामा इतना बरपा कि खुद को भीम आर्मी और बसपा कार्यकर्ता बता रहे लोगों ने सिपाही की वर्दी फाड़ डाली और बैज नोच डाले। उग्र लोगों ने नर्सिंग होम संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। हंगामे की सूचना पर देहली गेट चौकी इंचार्ज और पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के साथ उग्र भीड ने खींचतान की। बसपा और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं की पुलिस से तकरार हुई। खींचतान और धक्का-मुक्की भी हुई। इसमें एक पुलिसकर्मी की नेम प्लेट उखड़ गई। एक सिपाही की वर्दी और बैज फट गए। उसके गले पर नाखून भी लगे।

घटना की शुरू हुई गहन जांच
यह मामला इतना संवेदनशील था कि कभी भी जातिगत दंगा भड़क सकता था। मामले की गंभीरता को देखते हुए आगरा पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने मामले की जांच एडिशनल पुलिस उपायुक्त हिमांशु गौरव को सौंप दी। एडिशनल पुलिस उपायुक्त की जांच जब पूरी हुई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
हंगामा करने वाले ही निकले साजिशकर्ता
हैरान करने वाली बात यह सामने आई कि मामले को लेकर जो शिकायतकर्ता थे और सबसे ज्यादा हंगामा कर रहे थे। वे ही लोग इस साजिश का मुख्य हिस्सा थे। सरकार नर्सिंग होम में बाबा साहब और भगवान बुद्ध की फ्लोर टाइल्स लगाने और माहौल खराब करने की साजिश में चौकीदार राकेश और आजाद समाज पार्टी के मंडल प्रभारी अनिल कर्दम के नाम खुलकर सामने आ गए।
निदेशक से बदला लेने को रची साजिश
एडिशनल पुलिस उपायुक्त हिमांशु गौरव ने बताया कि एत्मादपुर थाना क्षेत्र के गांव धौर्रा निवासी राकेश कुमार और आजाद समाज पार्टी के मंडल प्रभारी अनिल कर्दम ने माहौल खराब करने की साजिश रची थी। सरकार नर्सिंग होम में करीब दो साल से राकेश कुमार चौकीदार है। वह मरम्मत का कार्य का करा रहा था। राकेश कुमार का सरकार नर्सिंग होम के निदेशक डॉ. देवाशीष सरकार से रुपयों के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। राकेश ने सरकार नर्सिंग होम के निदेशक से रुपए एडवांस लिए। इसके बाद और रुपए मांग रहा था। इस पर डॉ. देवाशीष ने उसे मना कर दिया।
खुद टाइल्स खरीदी, लगवाई और तोड़ दी
निदेशक से हुए विवाद के बाद राकेश ने 17 अप्रैल को शाहदारा के पास एक दुकान से 200 रुपए में महापुरुषों की फोटो वाली टाइल्स खरीदी। नर्सिंग होम की छत पर टूटी फ्लोर टाइल्स लगवा दी। इसके बाद 13 मई को राकेश ने इन फ्लोर टाइल्स को खुद ही क्षतिग्रस्त कर दिया। शुक्रवार सुबह आजाद समाज पार्टी के मंडल प्रभारी अनिल कर्दम को इन फ्लोर टाइल्स के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही फ्लोर टाइल्स के फोटो और वीडियो भेजे। इसके बाद आजाद समाज पार्टी के मंडल प्रभारी अनिल कर्दम और चौकीदार राकेश ने साजिश करके पार्टी के कार्यकर्ताओं को बुला लिया। कार्यकर्ताओं को भड़काया और हंगामा कराया गया।
कर्मचारी के मोबाइल में मिले वीडियो
एडिशनल पुलिस उपायुक्त ने बताया कि आजाद समाज पार्टी के शहर अध्यक्ष शानू मोहम्मद की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें आजाद समाज पार्टी के मंडल प्रभारी अनिल कर्दम और राकेश कुमार को आरोपी बनाया गया है। सरकार नर्सिंग होम के कर्मचारी राकेश कुमार के मोबाइल में पुलिस को फ्लोर टाइल्स के वीडियो मिले हैं। एक वीडियो में फ्लोर टाइल्स सही दिख रही है, जबकि दूसरे वीडियो में फ्लोर टाइल्स क्षतिग्रस्त है। यह काम राकेश कुमार ने माहौल खराब करने के लिए किया था।
चंद्रशेखर के आगरा आने से पहले रची साजिश
बता दें, कि आगरा के सूर सदन में 25 मई को आजाद समाज पार्टी का ‘अस्तित्व बचाओ, भाई चारा बनाओ’ प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन है। इसमें आजाद समाज पार्टी के सांसद चंदशेखर मुख्य अतिथि हैं। पुलिस को आशंका है, कि इस कार्यक्रम से पहले जिले और प्रदेश का माहौल खराब करने के लिए यह साजिश रची गई थी। इस एंगल पर भी पुलिस छानबीन कर रही है।