सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
पुलिस ने ठगी के शिकार हुए दो लोगों के बैंक खातों में पैसा वापस लौटा दिया है। उन्हें साइबर ठगों से सावधान रहने के टिप्स भी दिए हैं। 21 हजार 345 रुपये मिलने पर दोनों पीड़ितों को राहत मिली है। हालांकि कुल ठगी 45,330 रूपये की हुई थी।
वर्तमान में साइबर क्राइम और आनलाइन धोखाधड़ी बढ़ रही है। जिसकी रोकथाम और त्वरित कार्रवाई के लिए पुलिस ने साइबर क्राइम सेल गठित किया है। एसपी अमित श्रीवास्तव ने बताया कि सभी थाना प्रभारियों को शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। सीओ अंकित कंडारी को साइबर क्राइम सेल का पर्यक्षेक बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि बीते 24 मार्च को मझेड़ा टांडा, रामपुर निवासी मुस्तकीम पुत्र मोहम्मद यामीन ने तहरीर दी। बताया कि एक व्यक्ति ने अग्निकुंड के पास एक दुकान से सामान (कुर्सी, बेड) आदि खरीदने के लिए 25 हजार रुपये की धोखाधड़ी कर दी। जबकि चौरासी निवासी नेहा जोशी पत्नी जितेंद्र जोशी का मोबाइल पर केवाइसी अपडेट के नाम पर लिंक भेजा और उनके बैक खाते से 20 हजार 330 रुपये निकाल लिए।
एसपी ने बताया कि प्रार्थना पत्र के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। गेटवे, नोडल अधिकारी से आवश्यक पत्राचार किया। पीड़ित मुस्तकीम के बैंक खाते में 6702 और नेहा जोशी के बैंक खाते में 14643 रुपये की धनराशि रिफंड करा दी गई है। टीम में निरीक्षक राजेंद्र सिंह, आरक्षी चंदन कोहली, इमरान खान आदि शामिल थे। एसपी ने कहा कि केवाइसी अपडेशन अथवा पिन, एटीएम बंद होने से संबंधित फेक काल संदेश से सावधान रहें। साइबर अपराध घटित होने पर तत्काल टोल फ्री नंबर- 1930 पर शिकायत दर्ज करें।