टिहरी। टिहरी डैम के बोलार्ड सिस्टम व अन्य कार्य करने के लिए टिहरी बांध परियोजना के अधिकारियों ने भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार अनुमति मांगी थी, जिसको लेकर उन्हें आज 17 नवम्बर से 7 दिसम्बर तक के लिए अनुमति दी गई है, जिसके कारण आज से 7 दिसम्बर तक टिहरी डैम के ऊपर से आवागमन बन्द किया गया है जैसे ही कार्य पूरा हो जाएगा, पहले ही तरह आवागमन शुरू कर दिया जाएगा। इसकी जानकारी जिलाधिकारी ईवा आशीष श्रीवास्तव ने दी है।
इंटेलिजेंस ब्यूरो आईबी के रिपोर्ट के आधार पर आज से 7 दिसंबर तक टिहरी बांध के ऊपर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद रहेगी। इस दौरान खांडखाला और टिप्परी चेक पोस्ट पर बोलार्ड सिस्टम लगाएं जाएंगे, ताकि वाहनों की सगन चेकिंग हो सके। सीआईएसएफ चेक पोस्ट पर बिना चेकिंग के जाने वाले वाहनों के लिए यह सिस्टम कारगर साबित होगा और खास बात यह है कि सामान्य वाहनों की भांति टीएचडीसी के लोग भी इस दौरान डैमटॉप से आवाजाही नहीं कर पाएंगे। टिहरी बांध विश्व के सबसे ऊंचे बांधों में से एक है, सुरक्षा की दृष्टि से टिहरी बांध काफी अहम है। बी पुरम जीरो पॉइंट मार्ग की खस्ताहाल स्थिति को देखते हुए टीएचडीसी निश्चित समय के लिए दिन में बांध के ऊपर सामान्य वाहनों की आवाजाही करवाती है लेकिन आईबी ने बांध की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए सरकार और प्रशासन को आगाह किया है टीएचडीसी इंडिया के अधिशासी निदेशक बीके बडोनी ने बताया की टिहरी बांध के चार एंट्री पॉइंट है आईबी की रिपोर्ट के आधार पर चेकप्वाइंट पर बोलार्ड लगाए जाने हैं। लाख 70 लाख की लागत से यह हाइड्रोलिक ऑटोमेटिक सिस्टम लगाए जा रहे हैं ताकि सब को धोखा देकर डैम से आवागमन करने वाले वाहनों को रोका जा सके बताया कि बांध के स्पिलवे पर एसपी के प्रवेश द्वार जीरो पॉइंट सिस्टम लगाए हैं।
जबकि सामान्य वाहनों की आवाजाही वाले खांडखाला और टिप्परी प्वाइंट पर आज से सिस्टम लगाने का कार्य होगा या कार्य 7 दिसंबर तक पूरा होगा। इस दौरान टिहरी बांध के ऊपर यात्रा पूरी तरह से बंद रहेगा टीएचडीसी कर्मियों को भी पावर हाउस जाने के लिए जीरो पॉइंट का इस्तेमाल करना पड़ेगा, ताकि बोलार्ड सिस्टम लगाने में किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न ना हो।