सम्मान : हवालबाग (अल्मोड़ा) के प्रवक्ता डा. कपिल नयाल को ‘टीचर ऑफ द ईयर 2020’ अवार्ड

सीएनई संवाददाता, अल्मोड़ा
दिनांक — 5 सितंबर, 2020
शिक्षक दिवस पर आयोजित भव्य आनलाइन राष्ट्रीय कार्यक्रम में दिव्य हिमगिरी आर्गेनाइजेशन ने ‘टीचर ऑफ द ईयर 2020’ अवार्ड से उल्लेखनीय कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया है। इस सम्मान से सम्मानित होने वाले शिक्षकों में अल्र्मोड़ा जिले के राजकीय इंटर कालेज हवालबाग के रसायन विज्ञान प्रवक्ता एवं अटल टिंकरिंग लैब राइंका हवालबाग के प्रभारी डा. कपिल नयाल का नाम भी शुमार है। यह पुरस्कार उन्हें विगत 21 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में उललेखनीय कार्य के लिए प्रदान किया गया है।
एनसीईआरटी नई दिल्ली, विद्यालयी शिक्षा विभाग उत्तराखंड, तकनीकी शिक्षा बोर्ड उत्तराखंड तथा तकनीकी विश्वविद्यालय देहरादून तथा दिव्य हिमगिरि आर्गेनाइजेशन के साझा सहयोग से उक्त टीचर ऑफ द ईयर अवार्ड—2020 प्रदान किया गया है। डा. कपिल नयाल ने वर्ष 1999 से अब तक लगातार उत्कृष्ट परीक्षा परिणामों के साथ—साथ विज्ञान से जुड़े कार्यक्रमों में जनपद व राज्य स्तर पर उल्लेखनीय कार्य किया है। वर्ष 2006 में लोक सेवा आयोग से चौथी रैंक में सफलता हासिल करने वाले डा. नयाल का चयन वर्ष 2016 में राजकीय आदर्श इंटर कालेज हवालबाग में रसायन विज्ञान प्रवक्ता के पद पर चयनित हुए। उन्होंने विगत 6 वर्षों में शिक्षकों को विज्ञान प्रशिक्षण के साथ ही जनपद अल्मोड़ा के समस्त कार्मिकों को चुनाव संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया है। डा. नयाल के कई विद्यार्थी इंसपायर अवार्ड के लिए चुने जा चुके हैं। डा. नयाल के मार्गदर्शन में कई छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला में प्रतिभाग किया है। उन्हीं के कठिन प्रयासों से ही राजकीय इंटर कॉलेज हवालबाग में नीति आयोग के अंतर्गत अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना हो पायी। वे अटल टिंकरिंग लैब के माध्यम से विद्यार्थियों को कई इनोवेटिव मॉडल्स बनाने में मार्गदर्शन दे चुके हैं। इस बार उनके मार्गदर्शन में अटल टिंकरिंग लैब ‘स्टार अटल ऑफ इंडिया’ के लिए चयनित हुई है। वह अपने यू—ट्यूब चैनल ‘केमिस्ट्री विद डॉ कपिल नयाल’ के जरिये विद्यार्थियों को लाभान्वित कर रहे हैं। इसके अलावा डॉ कपिल नयाल कोसी पुनर्जनन अभियान कार्यक्रम एवं वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रमों से भी जुड़े हैं। आनलाइन हुए सम्मान कार्यक्रम में मुख्य सचिव ओम प्रकाश के साथ ही कई विश्वविद्यालयों के कुलपति व शिक्षाविद उपस्थित थे।