देहरादून। एसटीएफ उत्तराखंड ने बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया है। खुद को आईएमए (भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून) में प्रशिक्षु सैन्य अधिकारी बताने वाले को गिरफ्तार किया है। आरोपी पूर्व में जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सेना में था। साल 2016 में नौकरी पर वापस न आने पर इसे सेना द्वारा भगोड़ा घोषित किया गया था।
खुद को सेना का अधिकारी बताने वाला एसटीएफ के हत्थे चढ़ा
एसटीएफ और आर्मी इंटेलीजेंस टीम ने आईएमए के पास पासिंग आउट परेड के समय जयनाथ शर्मा पुत्र उदयराज शर्मा निवासी ग्राम- अड़बढ़ाहा देवीपुर जिला महाराजगंज, उत्तर प्रदेश को संदिग्ध अवस्था में देखा। इसके बाद उसे पूछताछ के लिए गोपनीय स्थान पर ले जाया गया। आरोपी भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट रैंक के अधिकारी की फर्जी वर्दी पहने हुए था।
पूछताछ में उसने बताया कि वह पूर्व में सेना में था। साल 2017 में भगोड़ा घोषित कर दिया गया था। उसने अपने घर और आसपास रहने वालों को बताया था कि वो आईएमए में ऑफिसर की ट्रेनिंग कर रहा है। संदिग्ध के विरुद्ध थाने में विधिक कार्यवाही और मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। इस ऑपरेशन को अंजाम देने वालों में निरीक्षक अबुल कलाम, उपनिरीक्षक यादविंदर सिंह बाजवा, हेड कांस्टेबल वेद प्रकाश भट्ट, कांस्टेबल ब्रिजेंद्र और कांस्टेबल महेंद्र नेगी शामिल रहे।
इधर एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया, एसटीएफ देहरादून और सेना की खुफिया टीम ने आईएमए के पास पासिंग आउट परेड में देखे जाने के बाद एक व्यक्ति को हिरासत में लिया और भारतीय सेना की नकली वर्दी पहन रखी थी। वह पहले श्रीनगर में तैनात था और 2017 में सेना द्वारा भगोड़ा घोषित किया गया था।