सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से सामान्य जनजीवन ठहर सा गया है। अब जिले में सड़क व पैदल मार्गों में टूटफूट की खबरें आने लगी हैं। पिछले 24 घंटों में जिले में अलग—अलग जगहों पर 3 एमएम से लेकर 21 एमएम तक वर्षा रिकार्ड की गई है। यहां आज तड़के यहां करबला के समीप चीड़ का एक विशाल पेड़ धराशायी हो गया। इसके अलावा जिले में मलबा गिरने से आधा दर्जन सड़कें बाधित चल रही हैं।
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जनपद अल्मोड़ा में दो दिन से लगातार बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हो चला है। जिससे अब नुकसान की खबरें आने लगी हैं। नदी—नाले ऊफन रहे हैं, जिससे आपदा का खतरा बढ़ता जा रहा है। भूस्खलन की घटनाएं भी होने लगी हैं, हालांकि जिले में अभी तक भूस्खलन का बड़ा मामला प्रकाश में नहीं आया है। बुधवार सुबह करीब छह बजे के आसपास अतिवृष्टि से यहां करबला तिराहे के पास चीड़ का एक बड़ा पेड़ सड़क पर धराशायी हो गया। जिससे यह मुख्य मोटरमार्ग बाधित हो गया। जिसे बाद में काटकर हटाया गया और मोटरमार्ग सुचारु किया गया।
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इसके अलावा जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों की आधा दर्जन सड़कें मलबा गिरने से बाधित हो चली हैं। जिनमें जैंती—पीपली, द्वाराहाट—भगतोला, दशोला—मेल्टा, दन्या—आरा सल्पड़, पैसिया—मल्ला गारकोट, सौधार—पनवाद्योखन आदि सड़कें शामिल हैं। इन सड़कों में गिरे मलबे को हटाने के लिए जेसीबी मशीनें भेजी गई हैं। दूसरी ओर लगातार बारिश से सड़कों के अवरुद्ध होने का अंदेशा बना हुआ है। ताजा खबरों के लिए WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈
बीते 24 घंटों के अंतर्गत जिले की अलग—अलग तहसीलों में रिकार्ड की गई बारिश के मुताबिक जिले में सबसे कम बारिश 3 एमएम सल्ट और सर्वाधिक बारिश 21 एमएम अल्मोड़ा में हुई है। दूसरी ओर नदी—नाले उफान पर हैं। यहां कोसी बैराज का जलस्तल 1133.30 पहुंच गया है।
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