किच्छा । शिक्षण संस्थानों का शिक्षण शुल्क निर्धारित करने की मांग को लेकर उधम सिंह नगर जिले में चलाए जा रहे जन जागरूकता आंदोलन के समर्थन में किच्छा में भी तमाम अभिभावकों ने प्रशासन से कार्यवाही की मांग की । उल्लेखनीय है कि उधम सिंह नगर के तमाम शहरों में अभिभावकों द्वारा शिक्षण शुल्क निर्धारित किए जाने की मांग को लेकर सत्याग्रह आंदोलन किया जा रहा है। सत्याग्रह आंदोलन के तहत अभिभावकों द्वारा सवाल किया जा रहा है कि आखिर इस जटिल समस्या पर हो रहे आंदोलन में स्थानीय विधायक एवं मंत्री मौन क्यों हैं ? वह अपना पक्ष क्यों स्पष्ट नहीं कर रहे हैं और क्या कारण है कि वे लोग पीड़ित अभिभावकों का साथ नहीं दे रहे हैं? नगर पालिका के सभासद प्रतिनिधि जगरूप सिंह गोल्डी तथा युवा समाजसेवी अक्षय बाबा ने कहा कि विधायक जनता का जन प्रतिनिधि होता है, आम जनता की समस्याओं के प्रति उसकी जवाबदेही बनती है तथा डेढ़ माह से चल रहे आंदोलन में जनपद के सभी विधायक एवं मंत्री इस विषय पर अपनी चुप्पी क्यों नहीं तोड़ रहे हैं ? उन्होंने कहा कि क्या विधायक का काम सिर्फ लोकार्पण , शिलान्यास एवं शादी , तेरहवीं आदि कार्यक्रम तक ही सीमित है ? क्या जनता की समस्याओं से उनका कोई सरोकार नहीं है ? ।
किच्छा में सत्याग्रह आंदोलन के तहत अभिभावकों ने ” विधायक मंत्री चुप्पी तोड़ो , शिक्षण शुल्क पर कुछ तो बोलो ” का नारा देते हुए विधायक व मंत्रियों से अपना पक्ष साफ करने की मांग की। अभिभावकों ने कहा कि शिक्षण संस्थाओं द्वारा लगातार अभिभावकों पर फीस जमा कराने का दबाव बनाया जा रहा है एवं उनका शोषण किया जा रहा है , ट्यूशन फीस के नाम पर धांधली हो रही है तथा सारी फीस को ही टयूशन फीस का नाम दे दिया गया है । राज्य सरकार द्वारा ट्यूशन फीस निर्धारित नहीं की गई है ,ऑनलाइन क्लासेज के लिए सरकार को ट्यूशन फीस निर्धारित करनी चाहिए थी , जिससे कि स्कूल प्रबंधन ट्यूशन फीस की आड़ में धांधली ना कर सके, लेकिन इस मांग पर सरकार भी मौन है और सरकार के मंत्री विधायक भी मौन हैं , जिस कारण स्कूल प्रबंधकों को अभिभावकों का खुला शोषण करने का मौका मिल गया है। इस मौके पर सभासद प्रतिनिधि जगरूप सिंह गोल्डी , युवा समाजसेवी अक्षय बाबा , संजय सक्सेना , मन्नू बावा , महेश कुमार , राजीव कुमार आदि मौजूद थे ।