सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिले के एक गांव में एक नाबालिग लड़की शादी की तैयारी हो रही थी, किंतु इसकी भनक वन स्टॉप सेंटर व ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को लग गई। तो टीम गांव पहुंच गई। जहां जांच में लड़की 17 साल की निकली। टीम ने संबंधित परिवार को समझाया और बालिग होने तक लड़की की शादी नहीं करने संबंधी शपथ पत्र भरवाया। जिससे फिलहाल शादी रूक गई।
हुआ यूं कि वन स्टॉप सेंटर बागेश्वर को सूचना डायल नंबर 112 से सूचना मिली कि जनपद के काफलीगैर तहसील अंतर्गत एक गांव में एक नाबालिग की शादी 06 जून को तय हुई है और इस नाबालिग की शादी की तैयारी में परिवार के लोग जुटे हैं। इस सूचना पर ह्यूमन ट्रेफिकिंग पुलिस व वन स्टॉप सेंटर के कर्मचारी, अधिवक्ता व काउंसलर के साथ गांव पहुंचे। जहां उन्होंने इस शिकायत की जांच की और लड़की के शैक्षिक प्रमाण पत्रों चेक किए। जांच में पाया गया कि लड़की की उम्र 17 साल है। इसके बाद टीम ने संबंधित परिवार को समझाया कि नाबालिग की शादी करवाना कानूनन जुर्म है। इसमें परिजनों के खिलाफ कार्रवाई का प्रावधान है। यह समझाने के बाद परिवार के लोग मान गए। उन्होंने पुलिस को शपथ पत्र भरकर दिया। जिसमें बेटी के बालिग होने के बाद ही शादी करने पर सहमति जताई है। टीम महिला हेल्पलाइन और बाल कल्याण समिति के सदस्य भी मौजूद रहे।