Breaking : बहन पर गंदी नजर रखता था दोस्त, गोली मार उतार दिया मौत के घाट

सीएनई रिपोर्टर, रूड़की कक्षा 11 में पढ़ने वाले छात्र की हत्या का पुलिस ने खुलासा करते हुए उसके ही दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है।…

अल्मोड़ा पुलिस लाइन में सिपाही की गोली लगने से मौत

सीएनई रिपोर्टर, रूड़की

कक्षा 11 में पढ़ने वाले छात्र की हत्या का पुलिस ने खुलासा करते हुए उसके ही दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या का मुख्य कारण मृतक द्वारा युवक की बहन पर बुरी नजर रखना और उस पर भद्दी टिप्पणियां करना था।

ज्ञात रहे कि गत दिनों एक छात्र राज सिंह उर्फ मंजीत, 18 साल लापता हो गया था और 23 अक्टूबर को उसकी लाश बरामद हो गई थी। यह घटना हरिद्वार ज़िले की मंगलौर कोतवाली अंतर्गत घटित हुई थी। जहां लहबोली निवासी राज सिंह नामक छात्र की हत्या का खुलासा डीआईजी व एसएसपी डॉ. योगेंद्र रावत के द्वारा रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में किया गया। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपी छात्र को तमंचे सहित गिरफ्तार कर लिया है। हत्या में प्रयुक्त बाइक को भी बरामद किया गया है।

एसएसपी ने बताया कि गत 22 अक्टूबर से लापता मंगलौर के लेहबोली निवासी छात्र राज सिंह उर्फ मनजीत का शव 23 अक्टूबर को दूसरे गांव के जंगलों में पड़ा मिला था। राजसिंह के दो गोली मारी गयी थी। राज सिंह के चेहरे पर बर्थडे का केक भी लगा हुआ मिला था। छात्र की हत्या के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी और आक्रोशित परिजनों ने दो दिन तक जाम लगाए रखा। पुलिस ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के आश्वासन पर परिजनों को शान्त किया और खुलासे के लिए टीमें लग गयी ।

उन्होंने बताया कि आरोपी को सर्विलांस के ज़रिए पकड़ लिया गया। जिसमें कई सबूत मिले। आरोपी अंशुल निवासी शेरपुर ने गिरफ्तारी के बाद सनसनीखेज खुलासा किया है। उसने बताया कि राज सिंह उसका अच्छा दोस्त था पर वो उसकी बहन पर बुरी नज़र रखता था। वह उसकी बहन को लेकर गंदे कमेंट्स भी करता था। जिसके बाद उसने 22 अक्टूबर को उसे जन्मदिन मनाने के बहाने बुलाया। रास्ते में मखदुमपुर में ट्रांसफॉर्मर के पास चक रोड पर चलकर सिगरेट पीने के लिए कहा। जैसे ही राज सिंह ने सिगरेट निकाली अंशुल ने अपनी कमर से तमंचा निकाल और उसकी कमर पर फायर कर दिया। राज सिंह वहां से अंदर खेत में भागने लगा तो अंशुल ने पीछे से उस पर दूसरा फायर कर उसे मौत के घाट उतार दिया और वहां से फरार हो गया। आरोपी छात्र अंशुल ने कहा कि अपने दोस्त राज सिंह को मारने का उसे ज़रा भी अफसोस नहीं है।

खुलासा करने वाली टीम प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सिंह कोश्यारी, उप निरीक्षक जहांगीर अली प्रभारी सीआईयू, रफत अली, थानाध्यक्ष झबरेड़ा विनोद थपलियाल, शहजाद अली, रविंद्र, यूनुस बैग, सुंदर, नूर हसन, एनके बच कोटी, कुलेंद्र रावत, प्रभाकर दीपक, देवेंद्र, मोहित, अशोक, रविंद्र खत्री, कपिल, नितिन सीआईयू रुड़की शामिल रहे।

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