— वृद्धा नहीं बता पाई, तो पुलिस ने खुद ढूंढा वृद्धा का घर
— अल्मोड़ा पुलिस ने संकटमोचक बन परिजनों तक पहुंचाया
— लमगड़ा थाना क्षेत्र से गुमशुदा नाबालिग लड़की बरामद
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
भटककर अपने घर से दूर पहुंची बुजुर्ग महिला के लिए अल्मोड़ा पुलिस संकटमोचक बनी। वृद्धा भी ऐसी, जो अपना नाम तो बता पाई, मगर गांव—पता नहीं बता सकी। इसे पुलिस ने अपने संरक्षण में लिया और मानवता की मिशाल पेश करते हुए अल्मोड़ा पुलिस ने असहाय सी भटक रही इस वृद्धा के घर का पता लगाया और इसे परिजनों के सुपुर्द किया।
हाईवे पेट्रोल यूनिट/डायल—112 में नियुक्त कर्मचारियों को सूचना मिली कि जेल रोड के समीप एक वृद्ध महिला काफी देर से इधर—उधर भटक रही है। इस सूचना पर डायल—112 टीम तत्काल मौके पर पहुंची और बुजुर्ग महिला से पूछताछ की। इस वृद्धा ने अपना नाम बंसती देवी बताया, लेकिन वह अपने घर व परिवार के संबंध में कोई जानकारी नहीं दे पाई। डायल 112 के कर्मचारियों ने सीओ आपरेशन अल्मोड़ा को इस महिला के बारे में जानकारी दी। सीओ आपरेशन ओशिन जोशी सीओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए वृद्ध महिला को सुरक्षा की दृष्टि से महिला थाना अल्मोड़ा में ले जाने व महिला थानाध्यक्ष बरखा कन्याल को शीघ्र महिला के परिजनों का पता लगाकर उन्हें परिजनों के सुपुर्द करने के निर्देश दिए।
महिला थानाध्यक्ष ने वृद्ध महिला के परिजनों का पता लगाने के लिए थाने से एचसीपी नीमा मेर, एचसी इंदु बिष्ट व महिला कानिस्टेबल माया देवी को क्षेत्र में भेजा। इन्होंने वृद्धा का घर पता करने के लिए काफी प्रयास किए और लोगों से पूछताछ कर घर व परिजनों का पता लगा ही डाला। उसका घर सोमेश्वर में होना पता लगा। इसके बाद वृद्ध महिला बंसती देवी को सकुशल परिजनों के सुपुर्द किया। परिजनों ने बताया कि वृद्धा बिना बताए घर से चले गई। जिसके बाद से वह काफी परेशान हो गये थे। अल्मोड़ा पुलिस के इस कार्य की वृद्धा के परिजनों व प्रत्यक्षदर्शियों ने प्रशंसा की और आभार जताया।
गुम लड़की बरामद
जिले के लमगड़ा थानांर्गत निवासी एक महिला ने गत दिवस अपनी नाबालिग बालिका के छड़ौजा खेल मैदान से गुम हो जाने की सूचना लमगड़ा थाना पुलिस को दी। थानाध्यक्ष लमगड़ा जसविंदर सिंह ने मामले पर एफआईआर दर्ज कर नाबालिग बालिका की तलाश के लिए टीम गठित की और टीम ने खोजबीन करते हुए अथक प्रयासों से गुमशुदा बालिका को देर सांय बैगुलिया जंगल क्षेत्र से सकुशल बरामद कर लिया और उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया।