अल्मोड़ाः तहसीलदार पहुंचे मनाने, अनशन स्थगित, कैम्पस में छात्र नेता धरने पर अडिग

अल्मोड़ा। कुमायूं विश्वविद्यालय के एसएसजे परिसर अल्मोड़ा में अपनी मांगों को लेकर आंदोलित छात्र नेताओं ने जब धरने को आमरण अनशन में तब्दील किया, तो…

अल्मोड़ा। कुमायूं विश्वविद्यालय के एसएसजे परिसर अल्मोड़ा में अपनी मांगों को लेकर आंदोलित छात्र नेताओं ने जब धरने को आमरण अनशन में तब्दील किया, तो प्रशासन हरकत में आ गया। गत दिवस आमरण अनशन शुरू होने की खबर मिलने के बाद शाम प्रशासन की ओर से तहसीलदार संजय कुमार अनशन स्थल पर पहुंचे और उन्होंने आंदोलित छात्र नेताओं से वार्ता की। उनके समझाने के बाद छात्रों ने फिलहाल अनशन टाल दिया और इसे फिर क्रमिक धरने में तब्दील कर लिया, लेकिन कालेज प्रशासन व विवि प्रशासन के प्रति नाराजगी बरकरार रखी।
आंदोलित छात्रों को तहसीलदार ने समझाया कि वर्तमान में कोविड-19 का संकट बरकरार है। ऐसे में आमरण अनशन जैसे कार्यक्रमों से असहज स्थिति पैदा हो सकती है और लोगों में अव्यवस्था का भाव पैदा होगा। तहसीदार ने इन बातों को ध्यान में रखते हुए आमरण अनशन का कदम वापस लेने का अनुरोध किया। जिला प्रशासन की बात को मानते हुए छात्र नेताओं ने अनशन स्थगित करने का निर्णय ले लिया। मगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देने के लिए कालेज प्रशासन व विवि प्रशासन के खिलाफ गुस्सा बरकरार रखा। उन्होंने मांगों को लेकर क्रमिक धरना जारी रखने का निर्णय लिया। आंदोलित छात्रों ने कहा कि वे विवि तथा कालेज प्रशासन के रवैये के खिलाफ विरोध के अन्य तरीकों को अपनाएंगे।
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 के मद्देनजर इस बार परीक्षा कराने के बजाय छात्र-छात्राओं को सीधे प्रोन्नत करने की मांग को लेकर करीब एक सप्ताह से छात्रसंघ के उपसचिव दीपक तिवारी तथा एनएसयूआइ के जिला सचिव विपुल कार्की द्वारा धरना दिया जा रहा है। जिसे कई अन्य छात्र नेताओं का समर्थन भी मिल रहा है। गत मंगलवार को धरने का विवि व कालेज प्रशासन पर कोई असर नहीं पड़ता देख ये दोनों छात्र नेताओं ने आमरण अनशन शुरू कर दिया था। इस मौके पर कालेज प्रशासन की ओर से निदेशक प्रो. जगत सिंह बिष्ट, एसआई संतोष देवरानी तथा छात्रनेता मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *