HomeUttarakhandNainitalहल्द्वानी न्यूज : शादी ना बारात क्या खाएं बैंड बाजे वाले, सुमित...

हल्द्वानी न्यूज : शादी ना बारात क्या खाएं बैंड बाजे वाले, सुमित ने ड्रम बजाकर सरकार को जगाया

हल्द्वानी। बैंड बाजा व्यवसाय से जुड़े कलाकार व संगीतकारों के शिष्टमंडल ने नैनीताल बैंड एसोसिएशन के नेतृत्व में कांग्रेस नेता सुमित हृदयेश से मुलाकात कर कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण बैंड बाजा व्यवसायियों पर पड़ी आर्थिक मार के संदर्भ में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। और सरकार तक बैंड बाजा व्यवसायियों के दर्द को पहुँचाने की अपील की। इसी दर्द को सरकार तक पहुँचाने के लिए आज सुमित हृदयेश के नेतृत्व में नैनीताल बैंड एसोसिएशन ने बुद्ध पार्क, तिकोनिया में बैंड बजाकर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार से फौरी राहत की मांग की।

कांग्रेस नेता सुमित हृदयेश ने खुद बैंड बजाकर इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया और सरकार से बैंड बाजा व्यवसाय से जुड़े हज़ारों परिवारों के भरण पोषण हेतु तुरंत आर्थिक सहायता की मांग की। सुमित हृदयेश ने कहा कि आज बैंड बजाकर गूंगी बहरी सरकार को जगाने का कार्य किया गया है और हम सरकार से मांग करते है कि बैंड बजाने से लेकर लाइट वालों, घोड़ा बुग्गी वालों, कैटरिंग वालों से लेकर शादी बारात से संबंधित कारोबार करने वाले सभी लोग कोरोना महामारी के कारण अत्यधिक आर्थिक संकट में है। सरकार को चाहिए कि या तो इनको आर्थिक सहायता दे या काम करने के लिए परमिशन दे, ताकि ये लोग अपना गुजारा कर सके।

बैंड बाजा कारोबारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर जमकर बैंड बजाया और सरकार से यह अपील की कि उन्हें भी कारोबार करने का मौका दिया जाए जिससे उनकी भी रोटी-रोजी चल सके अन्यथा वह भूखमरी के कगार पर आ ही गये हैं अब आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएंगे। कोरोना महामारी के चलते लगे लॉकडाउन में न सिर्फ बेरोजगार लोगों की नौकरी गई है बल्कि जो अपना रोजगार करते थे उनके लिए भी संकट खड़ा हो गया है, सिर्फ हल्द्वानी शहर में लगभग 500 से ज्यादा बैंड बाजा वाले मार्च से अब तक एक भी बुकिंग न मिलने से पूरी तरह बेरोजगार हो गए हैं। उशान हुसैन (अध्यक्ष, जिला बैंड एसोसिएशन), मो. शाकिर (संगठन मंत्री), मुन्ना, असलम, उमर, शकील, इंटु आदि लोगो प्रदर्शन में शामिल रहे।

RELATED ARTICLES

Leave a reply

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments