वर्तमान साल यानी वर्ष 2021 में कुल 04 ग्रहण लगने जा रहे हैं। इनमें दो सूर्य व दो चंद्र ग्रहण लगेंगे। पहला चंद्र ग्रहण जिसे खग्रास चंद्रग्रहण कहा जाता है वैशाख पूर्णिमा पर 26 मई, 2021, बुधवार को लगेगा।
वर्तमान संवत्सर का यह पहला ग्रहण होगा, जिसे देखा जाना शायद सम्भव न हो, क्योंकि भारत में जब यह लगेगा तब दोपहर का वक्त रहेगा।
यह ग्रहण दोपहर 3 बजकर 15 मिनट से प्रारम्भ होगा और सांयकाल 7 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगा। इसके अलावा पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को होगा, दूसरा 04 दिसंबर को लगेगा। 26 मई, बुधवार को पहले चंद्र ग्रहण के बाद दूसरा चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को लगेगा।
खास बात यह है कि यह उपछाया ग्रहण होगा। जिस कारण इस ग्रहण का किसी भी तरह का धार्मिक निषेध नही है। यानी इसमें सूतक नही है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सामान्य चंद्र ग्रहण में सूतक काल 9 घंटे पहले लगता है और मंदिरों के कपाट बंद हो जाते है। मगर उपछाया ग्रहण में किसी प्रकार के धार्मिक कामों पर रोक नहीं होती।
इसलिए इस सूतक काल नहीं माना जाता है। इस दिन मंदिरों के कपाट भी बंद नहीं होंगे। आप सामान्य रूप से पूजा पाठ कर सकते हैं।
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