सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव ने कहा कि स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ को आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। आजादी की जंग में प्राणों की आहूति देने वाले वीर सपूतों को याद करने का उचित अवसर है। उन्होंने कहा कि वीर सपूतों का त्याग और बलिदान कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
मंगलवार को आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्वंतत्रा संग्राम सेनानी स्व. दान सिंह भौर्याल स्मारक स्थल दियाली-करौली में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिपंअ ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. दान सिंह के पदचिह्नों पर चलने का संकल्प दिलाया। विधायक बलवंत भौर्याल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के जीवनवृत्त पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वालों को भुलाया नहीं जा सकता है।
उन्होंने कहा कि वीर सपूतों के इतिहास को जानने की जिज्ञासा सभी को रखनी होगी और असल मायने में उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस दौरान संस्कृति विभाग के डा. चंद्र सिंह चौहान ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के जीवनवृत्त और कुली बेगार प्रथा के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस दौरान देव सिंह हरड़िया, धन सिंह भौर्याल, जिला पर्यटन विकास अधिकारी कीर्ति आर्या, सहायक अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग मनोज फर्स्वाण, अर्जुन सिंह, जगत सिंह मेहरा आदि मौजूद थे।