सर्च ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी
मृतकों, घायलों, लपता लोगों की जारी हुई लिस्ट
3 लोगों की मौत, 8 घायल, 9 लापता
Updates रुद्रप्रयाग बस हादसा: रुद्रप्रयाग-बदरीनाथ हाइवे पर गुरुवार सुबह धोलतीर इलाके में हुए बस (टेंपो ट्रैवलर) हादसे में लापता 9 लोगों का अब तक पता नहीं चल पाया है। साथ ही अलकनंदा में समा चुकी बस को भी अब तक ढूंढा नहीं जा सका है। इस दर्दनाक हादसे में 3 लोगों की मौत की पुष्टि हुई, जबकि 9 लापता लोगों के जीवित बचने की आशा न के बराबर ही है।


रुद्रप्रयाग बस हादसा अपडेट : उल्लेखनीय है कि ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर 26 जून, 2025 बृहस्पतिवार सुबह घोलतीर के पास हुए बस हादसे ने सबको झकझोर दिया। बस खाई में गिर कर अलकनंदा नदी की तेज धार में समा गई। बृहस्पतिवार सुबह लगभग 7 बजे राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात के 18 यात्री, एक गाइड और चालक 31 सीटर बस से जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग से बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हुए थे। सुबह करीब 7:30 बजे, जिला मुख्यालय से लगभग 14 किलोमीटर दूर घोलतीर के समीप बस अनियंत्रित होकर अलकनंदा नदी में गिर गई थी।
हादसे में वही लोग बच पाए जो या तो टेंपो ट्रैवलर से कूद गए अथवा खिड़कियों से बाहर छिटक गए। बचने वालों में चालक सुमित सहित कई यात्री हैं, जो खिड़कियों से छिटककर नदी के पास खाई में गिर गए थे। इसके विपरीत जो लोग बस सहित उफनती नदी में गिरे, वे सब लापता चल रहे हैं। ज्ञात रहे कि नदी के दूसरी तरफ बसे भटवाड़ी गांव निवासी शिक्षक सत्येंद्र सिंह भंडारी ने हादसे की सूचना तुरंत जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को दी थी, जिसके बाद ही रेस्क्यू अभियान चला।
9 तीर्थयात्रियों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। इससे भी चौंकाने वाली बात तो ये है कि जो 31 सीटर बस दुर्घटनाग्रस्त हुई, उसका भी पता नहीं चला है। इस हादसे को आज शुक्रवार को 24 घंटे से ज्यादा का समय हो चुका है और सर्च ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है।
सर्च अभियान में क्यों पेश हो रही दिक्कत
बताया जा रहा है कि उत्तराखंड में लगातार हो रही मानसूनी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। अलकनंदा नदी का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है। नदी का पानी मटमैला है। इस कारण उसमें कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है। यही कारण है कि सर्च और रेस्क्यू टीमों के सामने सबसे बड़ी दिक्कत आ रही है। इधर गोताखोरों के लिए अलकनंदा नदी का मटमैला पानी और तेज बहाव चुनौती बना हुआ है। कुल मिलाकर रुद्रप्रयाग के घोलतीर में हुए बस हादसे बाद राहत और बचाव कार्य रेस्क्यू टीमों के साथ ही जिला प्रशासन के लिए भी चुनौती बना हुआ है। अब रेस्क्यू टीमों का पूरा फोकस अलकनंदा नदी में रेस्क्यू पर ही है।
Latest Update : लापता तीर्थ यात्रियों में 5 लोग राजस्थान के हैं, 3 गुजरात और एक व्यक्ति महाराष्ट्र से है। इनमें 28 से लेकर 77 साल तक के लोग शामिल हैं।
मृतकों का विवरण-
1- विशाल सोनी, उम्र-42 वर्ष, निवासी राजगढ़, मध्य प्रदेश
2- ड्रिमी, उम्र-17 वर्ष, निवासी ई 202 पर्वत सिलिकॉन पैलेस, आईमाता चौक सूरत, गुजरात
3- गौरी सोनी, उम्र-41 वर्ष, निवासी वीर सावरकर मार्ग, वाई नं. 12 राजगढ़, तहसील सदरपुर, मध्य प्रदेश।

गम्भीर घायलों यात्रों के नाम
1- हेमलता पत्नी श्री ललीत सोनी, उम्र 45 वर्ष, निवासी उदयपुर राजस्थान
2- दीपिका सोनी पुत्री श्री पारशराम, उम्र 45 वर्ष, निवासी उदयपुर राजस्थान
3- सुमीत पुत्र श्री नरेश, उम्र 23 वर्ष, निवासी कनखल, हरिद्वार। (ड्राइवर)
4- ईश्वर सोनी पुत्र श्री रामलाल, उम्र 45 वर्ष निवासी उदयपुर, राजस्थान
घायलों का विवरण-
1- पार्थ, पुत्र श्री विशाल, उम्र 12 वर्ष, निवासी सूरत, गुजरात
2- भाब्य सोनी पुत्री श्री ईश्वर सोनी, उम्र-07 वर्ष, निवासी सूरत, गुजरात
3- अमिता सोनी, पत्नी श्री भरत सोनी, उम्र-49 वर्ष, निवासी उदयपुर, राजस्थान
4- भावना सोनी, पत्नी श्री ईश्वर सोनी, उम्र 42 वर्ष, निवासी उदयपुर, राजस्थान

लापता लोगों की लिस्ट —
1- रवि भवसार, उम्र-28 वर्ष, निवासी उदयपुर, शास्त्री सर्किल, राजस्थान
2- मौली सोनी, उम्र-19 वर्ष, निवासी एफ 801 सिलिकॉन पैलेस बाम्बे मार्केट, पूना कुभंरिया रोड गुजरात
3- ललित कुमार सोनी, उम्र 48 वर्ष, निवासी प्रताप चौक गोगुण्डा, राजस्थान
4- संजय सोनी, उम्र 55 वर्ष, निवासी उदयपुर, शास्त्री सर्किल राजस्थान
5- मयूरी, उम्र 24 वर्ष, निवासी सूरत, गुजरात।
6- चेतना सोनी, उम्र 52 वर्ष, निवासी उदयपुर, राजस्थान
7- चेष्ठा, उम्र-12 वर्ष, निवासी ई 202 पर्वत सिलिकॉन पैलेस, आईमाता चौक, सूरत, गुजरात
8- कट्टा रंजना अशोक, उम्र-54, निवासी थाणे मीरा रोड़, महाराष्ट्र
9- सुशीला सोनी, उम्र 77 वर्ष, निवासी शास्त्री सर्किल, उदयपुर, राजस्थान।