सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
एनआरएचएम उत्तराखंड के पूर्व उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक ने उन विपक्षी नेताओं की जमकर खिंचाई की है, जिन्होंने उन पर सड़कों के आंदोलन को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने नसीहत दी है कि जनता के दुख—दर्द समझकर उसका निदान करने से जनता का दिल जीता जाता है, न कि बयानवीर बनकर।
पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि सड़कों की दशा ठीक करने की मांग उठाई और इसके लिए लड़ाई लड़ी, तो कई बयानवीर उन पर राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि उनके द्वारा वही किया गया, जो विपक्ष का दायित्व है। श्री कर्नाटक ने कहा कि जिस पार्टी के लोग राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं, तो उन्हें पता होना चाहिए कि राजनैतिक लोग ही राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ सन्यासी राजनीति का जनता को कोई लाभ नहीं। उन्होंने कहा कि सड़कों की दुर्दशा को लेकर उनके द्वारा इस साल मार्च माह से लगातार सरकार को ज्ञापन भेजते हुए धरना प्रदर्शन व चक्का जाम जैसे कदम उठाए गए। जिसमें उन्हें जनसहयोग मिला, क्योंकि उन्होंने जनता के प्रति ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ होकर यह मुद्दा उठाया था। अब उनके लंबे संघर्ष के बाद सड़कों का सुधारीकरण का कार्य शुरू हो पाया है।
श्री कर्नाटक ने यह भी कहा कि जब वह जनहित के लिए संघर्ष कर रहे थे, उस वक्त प्रदेश सरकार व उसके नुमाइंदे उन पर और उनके समर्थकों के ऊपर मुकदमा ठोकने में व्यस्त थे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ होती, तो सड़कें पहले ही ठीक हो जाती। श्री कर्नाटक ने कहा कि आज लंबे संघर्ष के बाद सड़कों का कार्य प्रारंभ हुआ है और वह भी जन दबाव से। उन्होंने नसीहत दी कि कोरी बयानबाजी करने के बजाय अगर ये बयानवीर प्राथमिकता से जन समस्याओं का निराकरण करने मेंं व्यस्त होते, तो संतोषजनक स्थिति होती। मगर सिर्फ बयानबाजी से जनता का भला नहीं हो सकता। श्री कर्नाटक ने कहा कि जब से राज्य में त्रिवेंद्र सिंह सरकार आई है, तब से सड़कों दशा बेहद खराब होते चली गई।
श्री कर्नाटक ने कड़े शब्दों में कहा कि केवल बयान देने, लोगों की आवाज दबाने या मुकदमे का भय दिखाने से जनता का दिल नहीं जीता सकता। जब जनता ने प्रचंड बहुमत से सत्ता सौपी है, तो सरकार का दायित्व है कि वह जन सरोकारों के कार्यों को अंजाम दें, मगल वर्तमान सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं से जनता को वंचित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जनता इसका जवाब अवश्य देगी। श्री कर्नाटक ने यह भी कहा है कि यदि सड़कों के कार्य की गुणवत्ता का विशेष ध्यान नहीं रखा गया, तो दुबारा जनसहयोग से उग्र आंदोलन किया जाएगा।
अल्मोड़ा: कर्नाटक ने दी नसीहत — बयानवीर बनकर जनता का दिल नहीं जीता जाता, आरोप लगाने वालों पर पलटवार
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाएनआरएचएम उत्तराखंड के पूर्व उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक ने उन विपक्षी नेताओं की जमकर खिंचाई की है, जिन्होंने उन पर सड़कों के आंदोलन को…