मौत का पर्दाफाश नहीं होने से कपकोट पुल पर धरने में जुटे
पुलिस से नोकझोंक, एसडीएम से वार्ता के बाद खुला मार्ग
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरः पीआरडी जवान की रहस्यमय मौत का पर्दाफाश नहीं होने पर आज परिजनों व क्षेत्रीय लोगों का पारा चढ़ गया और उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित कपकोट पुल पर सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और जाम लगा दिया। इस दौरान उनकी पुलिस से भी नोकझोंक भी हुई। बाद में एसडीएम व सीओ के आश्वासन पर धरना स्थगित हुआ और जाम खुला। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि मामले का जल्द खुलासा नहीं हुआ, तो वे जिला मुख्यालय में धरना देंगे।
पूर्वघोषित कार्यक्रमानुसार मृतक पीआडी जवान खुशाल के परिजन तथा क्षेत्र के लोग बुधवार को कपकोट पुल पर पहुंचे। यहां नारेबाजी के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। जाम के चलते वाहनों के पहिये जाम हो गए। जाम की सूचना के बाद थानाध्यक्ष कैलाश बिष्ट दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने जाम में फंसे वाहनों को निकालने का प्रयास किया, लेकिन धरने पर बैठे लोग नाराज हो गए। उन्होंने पुलिस पर आंदोलन को कमजोर करने का आरोप लगाया। इस दौरान उनकी पुलिस से नोकझोंक भी हुई। इसके बाद उन्होंने दोबारा जाम लगा दिया। जाम के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके बाद एसडीएम मोनिका व सीओ शिवराज सिंह धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने आंदोलन कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। परिजनों का कहना है कि खुशाल की हत्या कर शव तुपेड़ के भगवती मंदिर के पीछे के जंगल में फैंका गया है। हत्यारोपी अभी तक नहीं पकड़े गए हैं। उन्होंने पूरे मामले की सीबीआई जांच करने की मांग की। चेतावनी दी कि यदि 25 दिन के भीतर मामले का पर्दाफाश नहीं हुआ तो जिला मुख्यालय में धरना दिया जाएगा। दो घंटे के धरने के बाद उन्होंने अपना कार्यक्रम स्थगित कर दिया। इस मौके पर प्रकाश तिरुवा, सभासद तनुज तिरुवा, राजू प्रसाद, हरीश उपाध्याय, दान सिंह गड़िया, हिम्मत सिंह ऐठानी, कपकोट व्यापार मंडल अध्यक्ष तारा सिंह कपकोटी, कंचन बाफिला, दीपचंद जोशी, रमेश तिरुवा, हेमा, दीपा, गोविंदी, कमला आदि मौजूद रहे। इधर जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष हरीश ऐठानी नगर पंचायत अध्यक्ष गोविंद बिंष्ट ने आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि एक पीआरडी के जवान की हत्या हुए इतना समय बीत गया। लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही अमल में नही लायी जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर पीआरडी जवान की संदिग्ध मौत की जांच नहीं होने एवं परिजनों को उचित मुआवजा नहीं मिलने पर कांग्रेस मृतक पीआरडी जवान के परिजनों को साथ लेकर बड़ा आंदोलन शुरू करेगी।