रामनगर। शिक्षा विभाग की पहल पर नई शिक्षा नीति पर राजकीय इंटर कालेज के सभागार में जनप्रतिनिधियों, शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों का एक संयुक्त सेमिनार हुआ। शिक्षा पर सकल बजट का 6% वास्तव में खर्च हो सरकारी स्कूलों के 5 किलोमीटर के दायरे में किसी भी प्राइवेट विद्यालय को खोलने की अनुमति न दी जाए। शिक्षण पूर्णतया हिंदी में हो। बच्चों को बढ़िया अंग्रेजी सिखाने की अलग से व्यवस्था हो। कुमाउनी, गढ़वाली, जौनसारी, पंजाबी, बंगाली आदि जहां जैसी परिवेशीय आवश्यकता हो आठवीं कक्षा तक इन भाषाओं/बोलियों में से किसी एक को बतौर बिषय अवश्य पढ़ाया जाए।
आठवीं तक के पाठ्यक्रम में स्थानीय परिवेश, स्थानीय भूगोल, स्थानीय इतिहास, स्थानीय संस्कृति का अध्ययन बच्चों को अवश्य करवाया जाना चाहिए। राज्य सरकार द्वारा संचालित सभी सरकारी स्कूलों में केंद्रीय विद्यालयों जैसी सुविधा मुहैया करवाई जानी चाहिए। राज्य सरकार से वेतन(या अन्य सुविधा)पाने वाले सभी के लिए अपने बच्चे सिर्फ सरकारी स्कूल में ही पढ़वाना अनिवार्य किया जाना चाहिए। जो बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ें उनको उच्च शिक्षण संस्थानों व नॉकरी में प्राथमिकता दी जाए। सरकारी विद्यालयों में रिक्त सभी पदों पर पूर्णकालिक नियुक्तियां हों। खण्ड शिक्षा अधिकारी बी एन पांडे ने विस्तार से नई शिक्षा नीति के हर पहलू पर बात रखी।
उन्होंने कहा देश में हर बच्चे के लिए समान और समावेशी शिक्षा देना तय किया गया है। शिक्षा के माध्यम के रूप में मातृभाषा में दी जाएगी। लगभग 15000 बड़े, बहु विषयक संस्थानों में 800 विश्विद्यालयों और 40 हजार कॉलेजों का एकीकरण किया जाएगा। मुख्य अतिथि विधायक के प्रतिनधि के रूप में उपस्थितगणेश रावत, सरकार ने शिक्षा में नई शिक्षा नीति के रूप में जो आमूलचूल परिवर्तन किया गया है यह देश व समाज के हित में है। नेशनल रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना कर उच्च शिक्षा की बेहतरी के पूरा प्रयास किया गया है। कर्मचारी शिक्षक संगठन के मण्डकीय अध्यक्ष नवेंदु मठपाल ने पूरी तरह सरकार द्वारा वित्तपोषित समतामूलक, वैज्ञानिक चेतना से पूर्ण समनः स्कूल प्रणाली की वकालत की।
संचाल मनोज तिवारी ने किया। संगोष्ठी में जिला पंचायत सदस्य किशोरी लाल, उपशिक्षा अधिकारी वंदना रौतेला, कर्मचारी शिक्षक संगठन के मण्डलीय अध्यक्ष नवेंदु मठपाल, जगदीश सती, एस पी मिश्रा, प्रकाश फुलोरिया, उषा जोशी, आशाराम निराला, नरेंद्र चौहान, मोहम्मद आरिफ, अजय धस्माना, संतोष कुमार तिवारी, जावेद, प्रकाश फुलोरिया, एस पी एस तोमर, सुनीता रानी ग्राम प्रधान, यशपाल रावत, उषा जोशी प्रधान बसई, लीलाधर जोशी उप प्रधान वसई, नरेंद्र चौहान जिला पंचायत सदस्य, किशोरी लाल जिला पंचायत सदस्य, मोहम्मद आरिफ प्रधान प्रतिनिधि तेलीपुरा, निधि प्रधान जस्सा गांजा, माया मेहर प्रधान प्रतिनिधि, अनीता प्रधान प्रतिनिधि मौजूद रहे।