सीएनई रिपोर्टर, कपकोट (बागेश्वर)
कपकोट तहसील में केंद्रीय विद्यालय खुलने का रास्ता साफ होने से पहले विरोध शुरू हो गया है। नगर पंचायत के सदस्यों समेत क्षेत्र के लोगों ने स्कूल फरसाली मल्लादेश ले जाने का विरोध किया है।
क्षेत्रवासियों ने बैठक कर कहा कि प्रशासन उन्हें गुमराह कर रहा है। प्रशासन से पहले बमसेरा का लीली तोक तथा माखमानी धार को चयनित किया था। अब रातोंरात 18 किमी दूर स्कूल ले जाने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने सप्ष्ट लहजे में कहा कि नगर पंचायत मुख्यालय से स्कूल को इनती दूर कतई नहीं ले जाने दिया जाएगा।
मालूम हो कि सरकार ने जिले के हर ब्लॉक में केंद्रीय विद्यालय खोले जाने की बात की है। इसी को लेकर गुरुवार को जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें सीईओ पदमेंद्र सकलानी ने विद्यालय के लिए फरसाली मल्लादेश में जमीन चयनीत करने की बात बताई। खबर प्रकाशित होते ही नगर पंचायत कपकोट के सदस्य प्रवीण ऐठानी, तनुज तिरुवा, दीपक ऐठानी, हेमा देवी, डुंगर रावत ने विरोध शुरू कर दिया है।
उन्होंने क्षेत्र के लोगों के साथ भराड़ी में बैठक कर प्रशासन के इस निर्णय पर विरोध शुरू कर दिया है। वक्ताओं का कहना है कि पहले प्रशासन ने लीली ताथा माखमानी धार को चयनित किया था। उन्हें उम्मीद थी कि इन दो स्थनों में से एक स्थान पर स्कूल बनेगा। अब प्रशासन रातों रात स्कूल को 18 किमी दूर फरसाली मल्लादेश ले जाने की तैयारी कर रहा है। इससे वह खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। प्रशासन की मंशा को पूरा नहीं होने दिया जाएगा।
इस मौके पर डॉ. शेर सिंह ऐठानी, दीपक ऐठानी, दयाल ऐठानी, खीम सिंह ऐठानी, श्याम सिंह परिहार आदि मौजूद रहे।